Mungeli News
मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी ग्राम पंचायत स्थित ढोलगी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां जंगल के बीच एक नवजात शिशु का शव लावारिश हालत में मिला। इस शव के मिलने की जानकारी स्थानीय मुखबिर ने पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। शव का पंचनामा किया गया और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह घटना न केवल इंसानियत के खिलाफ है, बल्कि समाज की संवेदनशीलता पर भी एक बड़ा सवाल उठाती है। ग्रामीणों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया और शोक भी मनाया। पुलिस ने मानवता का परिचय देते हुए विधिपूर्वक नवजात शिशु का अंतिम संस्कार किया, जो एक सराहनीय कदम था।
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यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं। इससे पहले भी, मुंगेली जिले के लोरमी के सारिसताल गांव में एक नवजात बच्ची को कुत्तों के बीच लावारिश हालत में छोड़ दिया गया था। बच्ची पूरी रात कुत्तों के बीच रोती रही, लेकिन कुत्तों ने उसे एक खरोंच भी नहीं आने दी। अगले दिन गांववालों ने उसकी आवाज सुनकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जिससे उसकी जान बच गई।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि समाज में बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की कमी है। यह समय की मांग है कि हम अपने समाज में बच्चों की सुरक्षा और देखभाल के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा और उनका भला समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रशासन और समाज को इस दिशा में और अधिक संवेदनशील होने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों और समाज में मानवता की मिसाल कायम रहे।