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Sunny Leone Surrogacy Journey: सरोगेसी और IVF के सफर में सनी लियोनी ने खोईं 4 बेटियां, बेटी निशा ने बदली जिंदगी; अपनाई गोद लेने की राह

Sunny Leone Surrogacy Journey: बॉलीवुड एक्ट्रेस सनी लियोनी तीन बच्चों की मां हैं, लेकिन उनके लिए पैरेंट बनने का रास्ता बेहद मुश्किल और भावनात्मक झटकों से भरा रहा। हाल ही में सनी ने एक पॉडकास्ट में अपने निजी जीवन से जुड़ा सबसे दर्दनाक अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि सरोगेसी और IVF के सफर के दौरान उन्होंने चार बेटियां खो दीं, जबकि उनके पास शुरू में छह एम्ब्रियो (चार लड़कियां और दो लड़के) थे।
Sunny Leone Surrogacy Journey: सरोगेसी और IVF के सफर में सनी लियोनी ने खोईं 4 बेटियां, बेटी निशा ने बदली जिंदगी; अपनाई गोद लेने की राह

करियर और फैमिली बैलेंस करने का प्लान

Sunny Leone Surrogacy Journey: सनी लियोनी ने एक्ट्रेस सोहा अली खान के पॉडकास्ट में खुलासा किया कि वह और उनके पति डेनियल वेबर हमेशा से फैमिली बनाना चाहते थे। लेकिन करियर के चलते उन्होंने सोचा कि शुरुआत में सरोगेसी और IVF के जरिए बच्चा किया जाए। अमेरिका में सनी ने अपने अंडाणु (eggs) फ्रीज करवाए और डॉक्टरों ने छह एम्ब्रियो बनाए।
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सनी ने कहा, “हमने सोचा था कि हमारी पहली संतान एक बेटी होगी। लेकिन मेडिकल जटिलताओं की वजह से चारों बेटियां हमें छोड़कर चली गईं। यह हमारे लिए सबसे कठिन दौर था।”

सरोगेसी में मिली निराशा

Sunny Leone Surrogacy Journeyसनी ने आगे बताया कि सरोगेसी की शुरुआत भी आसान नहीं रही। एक बार सरोगेट ने बताया कि वह प्रेग्नेंट है, लेकिन बाद में पता चला कि गर्भ खाली था और बच्चा था ही नहीं। यह सुनकर सनी और डेनियल दोनों टूट गए।
उन्होंने कहा, “हम सोचते थे कि क्या हमने कुछ गलत किया है? क्या भगवान हमसे नाराज़ हैं? क्यों हमारे साथ ऐसा हो रहा है?”
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IVF और सरोगेसी का लंबा संघर्ष

Sunny Leone Surrogacy Journey: सनी के मुताबिक, सरोगेसी और IVF का प्रोसेस बेहद लंबा, महंगा और मानसिक रूप से थका देने वाला था। उन्होंने बताया कि हर हफ्ते फीस देनी पड़ती थी, सरोगेट के पति को भी छुट्टी के लिए पैसे मिलते थे और इतना खर्च हुआ कि सरोगेट ने एक घर भी खरीद लिया और उसकी शादी शानदार तरीके से हुई।

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बेटी निशा का आना बना टर्निंग पॉइंट

Sunny Leone Surrogacy Journey: कठिन दौर के बीच, सनी और डेनियल ने गोद लेने का फैसला किया। उन्होंने 2017 में निशा नाम की बच्ची को गोद लिया। उस समय वह 18 महीने की थी, लेकिन एक साल की बच्ची जैसी लगती थी।
सनी ने कहा, “जैसे ही मैंने निशा को देखा, मुझे लगा यही मेरी बेटी है। मुझे लगा उसने हमें चुना, उसने हमें पेरेंट्स बनाया।”
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जुड़वां बेटों से पूरा हुआ परिवार

Sunny Leone Surrogacy Journeyनिशा के गोद लेने के एक साल बाद, 2018 में सरोगेसी के जरिए सनी और डेनियल के जुड़वां बेटे नोहा और एशर पैदा हुए। इस तरह उनका परिवार पूरा हुआ। सनी कहती हैं कि इस सफर ने उन्हें और उनके पति को और मजबूत बनाया। दोनों ने एक-दूसरे का सहारा बनकर कठिनाइयों का सामना किया।
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अनुभव से मिली सीख

Sunny Leone Surrogacy Journeyसनी लियोनी ने अपने अनुभव से यह संदेश दिया कि पैरेंट बनने का सफर हर किसी के लिए अलग और कभी-कभी बेहद कठिन हो सकता है। लेकिन हिम्मत, धैर्य और एक-दूसरे का साथ किसी भी मुश्किल दौर को आसान बना देता है।
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