Reykjanes Peninsula
दक्षिण-पश्चिमी आइसलैंड में रेक्जानेस प्रायद्वीप पर बुधवार को एक ज्वालामुखी के फटने के कारण लावा के फव्वारे और भारी धुआं निकला, जिसने दुनिया भर के निवासियों और दर्शकों को आकर्षित किया।
खबरों के मुताबिक दिसंबर के बाद से इस ज्वालामुखी में यह सातवां विस्फोट है। भूमिगत मैग्मा के जमा होने के कारण, अधिकारियों ने राजधानी रेक्जाविक से लगभग 30 किमी. (20 मील) दक्षिण-पश्चिम में रेक्जानेस प्रायद्वीप पर आसन्न ज्वालामुखी गतिविधि की चेतावनी दी थी, जहां सबसे हालिया विस्फोट 6 सितंबर को ही समाप्त हुआ था।
वहीं इस घटना की निगरानी के लिए नागरिक सुरक्षा एजेंसी के साथ घटनास्थल पर उड़ान भरने वाले भूभौतिकी के प्रोफेसर मैग्नस टुमी गुआमुंडसन ने राष्ट्रीय प्रसारक आरयूवी को बताया ‘‘यह पिछले विस्फोट और मई में हुए विस्फोट से थोड़ा छोटा है।’’
रेक्जानेस प्रायद्वीप पर हुए विस्फोटों, जिन्हें विदर विस्फोट के रूप में जाना जाता है, ने सीधे तौर पर राजधानी शहर को प्रभावित नहीं किया है और इससे राख का समताप मंडल में कोई महत्वपूर्ण फैलाव नहीं हुआ है,
जिससे हवाई यातायात में व्यवधान नहीं हुआ है। वहीं वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि रेक्जेनेस में कई दशकों, संभवतः सदियों तक, बार-बार ज्वालामुखी विस्फोट होने की संभावना है।