NEET Paper Leak 2024
हम सभी कभी न कभी बीमार होते हैं और अक्सर डॉक्टर के इलाज से ठीक हो जाते हैं, क्योंकि डॉक्टर बनने वाला प्रत्येक व्यक्ति कड़ी मेहनत से मेडिकल की पढ़ाई करता है लेकिन इससे पहले वो नीट परीक्षा पास करता है जिसका पेपर लीक होने की खबरें आजकल खूब चर्चा में हैं।
दरअसल नीट यूजी 2024 की परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी। इस दौरान एग्जाम के पेपर लीक होने की खबरें मीडिया में आई। इसके बाद स्टूडेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और रिजल्ट रोकने की अपील की। हालांकि कोर्ट ने रिजल्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था लेकिन मामले में सरकार से जवाब मांगा है।
गौरतलब है कि वंशिका यादव नाम की प्रतिभागी ने वकील सनी कादियान के जारिए से अपनी याचिका दायर की थी।
NEET Paper Leak 2024
दूसरी ओर नीट पेपर लीक मामले में विभिन्न राज्यों की पुलिस हर दिन बड़े खुलासे कर रही है। दरअसल नेशनल इलेजिबिलिटी कम इंट्रेस टेस्ट यानी नीट मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने नीट पेपर सॉल्वर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 2 MBBS छात्र समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से चार मोबाइल फोन और एक कार जब्त की गई है। वहीं गिरोह के तार पटना समेत राजस्थान तक जुड़े हैं।
गौरतलब है कि एनटीए नीट यूजी परीक्षा के लिए इस साल 24 लाख से ज्यादा प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। 05 मई, 2024 को नीट यूजी परीक्षा के लिए देश-विदेश में हजारों एग्जाम सेंटर बनाए गए थे। खास बात है कि इस साल राष्ट्रीय मेडिकल प्रवेश परीक्षा में पेपर लीक होने की आशंका जताई गई थी।
NEET Paper Leak 2024
उधर सुप्रीम कोर्ट ने नीट एग्जाम के रिजल्ट पर रोक लगाने से इनकार के बाद नीट यूजी रिजल्ट एनटीए के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 14 जून, 2024 को जारी किया जाएगा। प्रतिभागी छात्र नीट यूजी परीक्षा व रिजल्ट से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स ऑफिशियल वेबसाइट exams.nta.ac.in/neet पर चेक कर सकते हैं।
आपको बता दें कि बीते दस से बारह साल में कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं।
ऐसे हालात देश के करीब-करीब सभी राज्यों में देखने को मिल रहे हैं। सबसे ज्यादा पेपर लीक यूपी, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, गुजरात जैसे राज्यों में देखने को मिली हैँ। इनमें ज्यादातर Paper Leak की खबरों पर परीक्षाएं कैंसल की हुई हैं।
NEET Paper Leak 2024
पेपर लीक की बढ़ती घटनाओं के बाद केंद्र सरकार ने एक्शन लिया था। इसके तहत सरकार ने राज्य सभा में एक विधेयक पेश किया है। बिल को सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) विधेयक 2024 यानी Public Examination (Prevention of Unfair Means) Bill 2024 नाम दिया है।
- अब आखिर में जान लीजिए बीते कुछ सालों में टॉप फाइव स्टेट्स के नाम जहां के पेपर लीक कांड सबसे चर्चित रहे
- उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश पुलिस के आरक्षी (सिपाही) के 60 हजार से अधिक पदों के लिए 17 और 18 फरवरी को राज्य के सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें करीब 48 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा के दौरान करीब 244 ‘सॉल्वर’ और परीक्षा में सेंध लगाने के प्रयास में जुटे गिरोह के कई लोग पकड़े गए थे। इस मामले में कई जगह प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। पेपर लीक होने के आरोपों के बाद यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा-2023 को रद्द कर दिया गया है। - उत्तराखंड
साल 2022 में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद हंगामा मच गया था। हंगामे की गंभीरता को समझते हुए खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऐक्शन मोड पर आ गए थे। सीएम धामी ने यूकेएसएसएससी पेपर लीक केस को लेकर समीक्षा बैठक की थी और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी 2023 में उत्तराखंड में 8 जनवरी को हुई पटवारी की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। राजस्व पेपर लीक मामले में लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी और उसकी पत्नी सहित 5 लोग अरेस्ट हुए थे। - राजस्थान
राजस्थान में 2019 के बाद से हर साल औसतन 3 पेपर लीक हुए हैं। इससे लगभग 40 लाख छात्र प्रभावित हुए हैं। लीक हुए पेपर 5 से 15 लाख रुपये में बिके थे। राज्य में 2011 से 2022 के बीच पेपर लीक के लगभग 26 मामले दर्ज किए गए हैं, उनमें से 14 पिछले चार वर्षों में रिपोर्ट किए गए हैं। 2019 के पेपर लीक कांड में लगभग 55 हजार युवा प्रभावित हुए थे, जिन्होंने 700 रिक्त पदों के लिए आवेदन किया था। वहीं सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र सितंबर 2021 में लीक हुआ था और बीकानेर पुलिस ने मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया था। - झारखंड
झारखंड में 1562 से अधिक पदों पर नियुक्ति के लिए दिसंबर 2021 में विज्ञापन निकाला गया था। 3 जुलाई 2022 को अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। पेपर लीक की शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज हो गई। बाद में परीक्षा रद्द हो गई। दूसरी बार यह परीक्षा 2022 के अक्टूबर-नवंबर में हुई। रिजल्ट आने ही वाला था कि राज्य सरकार की जेएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा संचालन नियमावली रद्द हो गई। - बिहार
बिहार में 1 अक्टूबर 2023 को 21 हजार से अधिक पदों पर सिपाही बहाली की परीक्षा हुई थी। इसका प्रश्न-पत्र परीक्षा के घंटेभर पहले वायरल होने के बाद इसे रद्द करना पड़ा था। परीक्षा रद्द होने के बाद छात्रों ने काफी विरोध प्रदर्शन किया था। बिहार के अलग-अलग राज्यों से लाखों छात्र पटना पहुंचे और सरकार के खिलाफ हल्लाबोल किया। हाल ही में इस मामले की जांच कर रही ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) की टीम को हाल में कुछ अहम सुराग मिले हैं।