Haryana BJP Candidate List
90 सदस्यीय विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। बुधवार की शाम कई घंटों के काफी मंथन के बाद भाजपा ने 67 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा। सत्ता विरोधी लहर रोकने के लिए पार्टी ने 40 सीटों से उम्मीदवार बदल दिए हैं। पार्टी ने दो पूर्व सांसदों, एक राज्यसभा सांसद और 27 नए चेहरों को मैदान में उतारा है।
Haryana BJP Candidate List
पार्टी ने तीन मंत्रियों समेत आठ विधायकों का टिकट काटा है। नौ मौजूदा मंत्रियों व चार पूर्व मंत्रियों को भी मौका दिया गया है। वही पार्टी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को करनाल से हटाकर कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट से मैदान में उतारा है। दूसरी पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं को भी बीजेपी ने टिकट दी है। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से एक दिन पहले जारी की गई सूची में कुछ प्रमुख राजनीतिक परिवारों के सदस्यों के नाम भी हैं।
9 मौजूदा विधायकों का टिकट कटा
पहली सूची के अनुसार, बीजेपी ने मौजूदा 9 विधायकों का टिकट काट दिया है। पलवल से दीपक मंगला, फरीदाबाद से नरेंद्र गुप्ता, गुरुग्राम से सुधीर सिंगला , बवानी खेड़ा से विशंभर वाल्मीकि, रनिया से कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला ,अटेली से सीताराम यादव, पेहवा से पूर्व मंत्री संदीप सिंह , सोहना से राज्य मंत्री संजय सिंह तो वहीं रतिया से लक्ष्मण नापा की टिकट काट दिया गया है।
Haryana BJP Candidate List
आठ महिलाओं को टिकट दिया गया
67 उम्मीदवारों की सूची में भाजपा ने आठ महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है। इनमें अंबाला से शक्तिरानी शर्मा, मुलाना से संतोष सरवन, कलायत से कमलेश ढांडा, रतिया से सुनीता दुग्गल, तोशाम से श्रुति चौधरी, गढ़ी सांपला-किलोई से मंजू हुड्डा, कलानौर से रेनु डाबला, अटेली से आरती सिंह राव को उम्मीदवार बनाया है।
5 अक्टूबर को होगी चुनाव
बता दें कि हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होना है। सभी 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान होगा और चुनाव नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे। हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त हो रहा है। इसके पहले वाला विधानसभा चुनाव अक्टूबर 2019 में हुआ था।
चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी के गठबंधन ने राज्य सरकार बनाई थी। हरियाणा में भाजपा के पास 40, कांग्रेस के पास 31 और निर्दलीय/अन्य के पास 19 सीटें हैं। पहले चुनाव 1 अक्टूबर को होना था और 4 अक्टूबर को नतीजे आने थे, लेकिन त्योहारों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने तारीख बदल दिया था।