spot_img
Thursday, June 26, 2025

Chhattisgarhi Dau Agarwal Society News: सावन में लक्षेश्वर लिंगार्पण शिवपूजन महोत्सव का डिप्टी सीएम अरुण साव को दिया न्यौता, पोस्टर भी जारी

Chhattisgarhi Dau Agarwal Society News रायपुर। भक्ति भाव से भगवान शिव को मनाने रिझाने के लिए श्रद्धालु बड़े मन सावन मास का इंतजार करते हैं।...

Latest Posts

Chhattisgarh Poet Surendra Dubey Passed Away पद्म श्री सम्मानित जाने माने कवि सुरेन्द्र दुबे का हार्ट अटैक से निधन, सुनाते थे अपनी ही मौत पर कविता

Chhattisgarh Poet Surendra Dubey Passed Away

रायपुर। पद्मश्री हास्य कवि सुरेन्द्र दुबे का गुरुवार 26 जून 2025 को निधन हो गया है। उन्होंने ACI में इलाज के दौरान आज अंतिम सांस ली। उनकी तबीयत अचानक खराब होने पर उन्हें ACI में भर्ती कराया गया था। लेकिन उन्हें हार्ट अटैक आने से उन्हें बचाया नहीं जा सका।

Chhattisgarh Poet Surendra Dubey Passed Away

सुरेंद्र दुबे की कविता पाठ की अपनी एक अलग शैली थी। वे कविताओं के एक भारतीय व्यंग्यवादी और लेखक के तौर पर चर्चित थे। वह पेशे से एक आयुर्वेदिक चिकित्सक भी थे। सुरेन्द्र दुबे छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध हास्य कवियों में शुमार थे। उनकी मृत्यु की खबर सुनते ही छत्तीसगढ़ और पूरे हिंदी साहित्य समुदाय में शोक व्याप्त हो गया है।

पद्म श्री से हुए थे सम्मानित
सुरेंद्र दुबे का जन्म 8 जनवरी 1953 को भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ में दुर्ग के बेमेतरा में हुआ था। उन्होंने पांच किताबें लिखी हैं। वह कई मंचों और टेलीविजन शो में दिखाई दिया करते थे। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2010 में, देश के चौथे उच्चतम भारतीय नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।

Chhattisgarh Poet Surendra Dubey Passed Away

मौत की झूठी अफवाह पर पढ़ी कविता

साल 2018 में राजस्थान के कवि सुरेंद्र दुबे का निधन हुआ था। लोगों ने छत्तीसगढ़ के सुरेंद्र दुबे के मौत की खबर समझ ली। इंटरनेट पर खबर वायरल होने लगी। इस घटना पर कवि सुरेंद्र दुबे ने एक कविता बनाई। जिसे वो अक्सर मंचों पर सुनाया करते थे। उनकी मौत की झूठी खबर पर लिखी कविता की पंक्तियां ऐसी थी।

मेरे दरवाजे पर लोग आ गए।
यह कहते हुए की दुबे जी निपट गे भैया
बहुत हंसात रिहीस
मैं निकला बोला- अरे चुप यह हास्य का कोकड़ा है ठहाके का परिंदा है।
टेंशन में मत रहना बाबू टाइगर अभी जिंदा है।
मेरी पत्नी को एक आदमी ने फोन किया
वो बोला- दुबे जी निपट गे,
मेरी पत्नी बोली ऐसे हमारे भाग्य कहां है
रात को आए हैं पनीर खाए हैं
पिज्जा उनका पसंदीदा है
टेंशन में तो मैं हूं कि टाइगर अभी जिंदा है।
एक आदमी उदास दिखा मैंने पूछा तो बोला मरघट की लकड़ी वाला हूं
बोला वहां की लकड़ी वापस नहीं हो सकती आपको तो मरना पड़ेगा
नहीं तो मेरे ₹1600 का नुकसान हो जाएगा
मैंने कहा- अरे टेंशन में मत रह पगले टाइगर अभी जिंदा है।

Latest Posts

spot_imgspot_img

Don't Miss

Stay in touch

To be updated with all the latest news, offers and special announcements.