Flood in Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में मंगलवार रात हुई भीषण बारिश ने एक बड़ा हादसा ला दिया। जिले के तातापानी चौकी क्षेत्र में स्थित लूतिया डैम, जो कि करीब 50 साल पुराना था, अचानक भारी बारिश के दबाव में टूट गया। इस हादसे ने एक पूरा इलाका दहशत में डाल दिया। डैम टूटने से उसके नीचे बसे दो मकान पूरी तरह बह गए, और हादसे में दो लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि चार लोग अभी भी लापता हैं। साथ ही कई लोगों के घायल होने और मवेशियों के बह जाने की भी आशंका जताई जा रही है।

Flood in Chhattisgarh : प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंगलवार रात लगभग 10 बजे अचानक तेज आवाज के साथ बांध का हिस्सा टूट गया। पानी का जबरदस्त बहाव आसपास के इलाकों में फैल गया और देखते ही देखते दो घर पूरी तरह जलमग्न हो गए। आसपास के लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर ऊँचाई वाले इलाकों की ओर भागे। कई परिवारों का सारा सामान और मवेशी इस हादसे में बह गए हैं।
Flood in Chhattisgarh : हादसे की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। कलेक्टर, एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे, और स्थिति का जायजा लिया। तत्काल एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीम को मौके पर तैनात किया गया और प्रशासनिक अमला राहत और बचाव कार्य में जुट गया। एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम लापता लोगों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही है। बचाव दल को कीचड़ और तेज बहाव के कारण काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन रेस्क्यू अभियान तेजी से जारी है।
Flood in Chhattisgarh : लूतिया डैम की तकनीकी स्थिति को लेकर पहले भी कुछ सवाल उठे थे, लेकिन इस बार की लगातार बारिश और जलभराव ने डैम पर दबाव बना दिया, जिससे उसका एक हिस्सा टूट गया। विशेषज्ञों के अनुसार, पुराना बांध पहले से ही कमजोर था और इसकी मरम्मत की आवश्यकता थी, लेकिन समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए।
Flood in Chhattisgarh : ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने डैम की स्थिति को लेकर पहले ही आगाह किया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब हादसे के बाद पूरा इलाका सदमे में है। प्रभावित परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है और उन्होंने प्रशासन से मुआवज़े और पुनर्वास की मांग की है।
Flood in Chhattisgarh : फिलहाल जिला प्रशासन ने प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए अस्थायी शिविरों की व्यवस्था की है और आपदा प्रबंधन के तहत राहत सामग्री जैसे खाने-पीने का सामान, कंबल और दवाइयाँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है और प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि हर संभव सहायता दी जाएगी।