Chhattisgarh Congress
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस को एक के बाद एक बड़ा झटका लग रहा हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आने वाले 15 दिनों में कुछ और नेताओं का बीजेपी प्रवेश होगा। कुछ नामों पर भाजपा में अभी मंथन चल रहा है। पहले सभी को एक साथ भाजपा में प्रवेश कराने की योजना थी।
ये वे नेताओं के नाम हैं जो ईडी की रडार में हैं। यही वजह है कि अभी सिर्फ चुन्नीलाल साहू को ही प्रवेश करवाया गया। भाजपा में प्रवेश की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर और सौरभ सिंह सौंपी गई है। इसके लिएकांग्रेस के पूर्व विधायकों से जब बात की तो अधिकतर लोगो ने साफ मना कर दिया कि वे अभी वह भाजपा ज्वाइन करने वाले नहीं है। जबकि एक-दो ने यह भी कहा कि कार्यकर्ता तय करेंगे कि आगे क्या करना है।
Chhattisgarh Congress
- मोहित केरकट्टा- 2023 में टिकट कटने पर इन्होंने विरोध भी किया था। इनका कहना है कि अभी ऐसा कोई विचार नहीं है। सूत्रों की मानें तो इन्होंने कोई शर्त रखी है, इस वजह से इनका होल्ड हुआ है।
- महंत रामसुंदर दास- 2023 में ये जांजगीर से टिकट चाहते थे, लेकिन इन्हें रायपुर दक्षिण से उतारा गया। हारने के बाद इन्होंने कांग्रेस छोड़ दी। कुछ दिन पहले प्रभारी ओम माथुर इन्हें हेलीकॉप्टर में साथ ले गए थे। इनका कहना है कि वे भाजपा में प्रवेश नहीं करेंगे। वहीं भाजपा सूत्रों का कहना है कि राम मंदिर से जुड़े कुछ नेताओं ने इनके प्रवेश पर आपत्ति की है।
- बृहस्पति सिंह- टिकट कटने के बाद कुछ नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने की वजह से इन्हें कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया। इनका कहना है कि भाजपा से कोई बात नहीं चल रही है, न वे किसी के संपर्क में है। वहीं भाजपा में इनके नाम को लेकर कुछ लोगों ने आपत्ति ली है।
- शिशुपाल सोरी- विधानसभा में टिकट कटने के बाद ये भी बहुत आहत हुए थे। इनका कहना है कि अभी कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। भाजपा ज्वाइन करने की बात को लेकर इन्होंने भी इंकार किया। जबकि सूत्रों की मानें तो ईडी की रडार पर होने की वजह से इन पर अभी विचार चल रहा है।
- चंद्रदेव राय- 2023 में इनका टिकट काटा गया। इनका कहना है कि वे कांग्रेस कभी नहीं छोड़ेंगे। भाजपा से कोई बात नहीं चल रही है। जबकि सूत्रों की मानें तो ईडी में नाम होने की वजह से अभी होल्ड किया गया है।
- भुवनेश्वर बघेल- 2023 में इनका टिकट कटने के बाद इन्होंने भी बड़ा विरोध किया था। अब इनका कहना है कि भाजपा प्रवेश को लेकर बहुत दबाव आया था लेकिन अभी नहीं जा रहा हूं।
- मोती देवांगन- पूर्व विधायक होने की वजह से 2023 में ये टिकट की प्रबल दावेदारी कर रहे थे, लेकिन इन्हें मौका नहीं मिला। अब इनका कहना है कि अभी भाजपा से कोई संपर्क नहीं हुआ है और न वे कांग्रेस छोड़ने वाले हैं।
- डॉ. विनय जायसवाल- 2023 मेंं टिकट कटने के बाद इन्होंने खुलकर विरोध किया था। कई नेताओं पर लेनदेन के गंभीर आरोप लगाए थे। अभी कांग्रेस से निष्कासित है। इनका कहना है कि कुछ लोगों ने संपर्क किया था, लेकिन भाजपा में प्रवेश करने का कोई इरादा नहीं है।
Chhattisgarh Congress
भाजपा में शामिल होने की सूची में 7 और पूर्व विधायकों के नाम हैं। इसमें दो कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक है। बाकी पांच ऐसे नेताओं के नाम हैं जो 2018 में बड़ी जीत के साथ विधायक बने थे। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कई पूर्व विधायक ऐसे थे जो प्रबल दावेदारी कर रहे थे, लेकिन 2023 में इनके टिकट काट दिए गए। इन पांचों ने अपनी नाराजगी भी जताई थी।
सबसे पहले राम सुंदरदास ने कांग्रेस से अपना त्यागपत्र दिया। बृहस्पति सिंह को पार्टी ने निष्कासित किया। बताया जाता है कि इसके बाद ये लोग लगातार भाजपा के संपर्क में रहे। इनकी सूची तैयार कर अजय चंद्राकर को सौंपी गई। संगठन में चर्चा करने के बाद कुछ नामों पर आपत्ति आई। हालांकि संगठन के वरिष्ठ नेता का कहना है कि जो भी भाजपा में आना चाहता है उनके लिए दरवाजे खुले हुए हैं लेकिन बिना किसी शर्त के।