CHHATTISGARH
भोपाल के जंबूरी मैदान में 31 मई 2024 को लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन का आयोजन किया गया। इस भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने जनजातीय, लोक और पारंपरिक कलाओं में योगदान देने वाली महिला कलाकारों को राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई पुरस्कार से सम्मानित किया।
इस विशेष अवसर पर छत्तीसगढ़ की कोंडागांव ज़िले से आने वाली जनजातीय महिला कलाकार डॉ. जयमति कश्यप को भी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनके द्वारा लोककलाओं और जनजातीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया।
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गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग द्वारा वर्ष 1996-97 में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की स्मृति में ‘राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान’ की स्थापना की गई थी। यह पुरस्कार उन महिला प्रतिभाओं को प्रदान किया जाता है, जो समाज, संस्कृति, कला, साहित्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और जनकल्याण जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दे रही हैं। पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र के साथ 5 लाख रुपये की सम्मान राशि दी जाती है।
डॉ. जयमति कश्यप का यह सम्मान पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है और यह आदिवासी संस्कृति की समृद्ध परंपरा को राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।