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Chandra Grahan : साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का अद्भुत महासंयोग…! सभी मूलांकों पर ग्रहों का प्रभाव

Chandra Grahan: The wonderful coincidence of the last lunar eclipse of the year...! Effect of planets on all birth numbers

Chandra Grahan

धर्म डेस्क, 07 सितंबर। Chandra Grahan : ग्रहण का मूलांक ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह उस दिन के ऊर्जा और प्रभाव को दर्शाता है। आपने बताया कि 7 सितंबर 2025 का मूलांक 7 है, जो केतु का प्रतिनिधित्व करता है। आइए समझते हैं इसका क्या मतलब हो सकता है-

मूलांक 7 और ग्रहण का प्रभाव

  1. केतु का प्रभाव: मूलांक 7 के कारण केतु की ऊर्जा अधिक प्रभावी होती है। केतु रहस्य, आध्यात्म, ध्यान, और रहस्यमय शक्तियों का ग्रह माना जाता है। यह मानसिक शांति, ध्यान-एकाग्रता और आत्मा की खोज से जुड़ा होता है। हालांकि, केतु अप्रत्याशित घटनाओं, भ्रम और छुपे हुए खतरों का भी सूचक हो सकता है।
  2. ग्रहण के साथ केतु: चंद्र ग्रहण के समय केतु का प्रभाव बढ़ जाता है, जिससे लोगों में मानसिक तनाव, चिंता, भ्रम और अनिश्चय की भावना हो सकती है। यह समय सजगता और सावधानी बरतने का होता है।
  3. सकारात्मक पहलू: ध्यान, योग, और आध्यात्मिक साधना के लिए यह समय अनुकूल माना जाता है। इस अवधि में मन शांत कर आध्यात्मिक विकास की दिशा में काम करना लाभकारी होगा।
  4. सावधानियां: ग्रहण के दौरान नए कार्य शुरू करने या महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए। यात्रा और निवेश में भी सतर्कता जरूरी होती है।
मूलांक 7 के साथ लगने वाला यह चंद्र ग्रहण मानसिकता में गहराई, आत्म-विश्लेषण और आध्यात्मिक उन्नति के लिए अच्छा है, लेकिन यह भ्रम और अस्थिरता भी ला सकता है, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए। इसके साथ ही चंद्र ग्रहण का सभी मूलांकों (1 से 9 तक) के अनुसार संक्षिप्त ज्योतिषीय प्रभाव दिया गया है। ध्यान रखें, ग्रहण के दिन मूलांक विशेष ऊर्जा लेकर आता है और उससे जुड़े व्यक्ति पर अलग-अलग तरह का असर हो सकता है।

मूलांक 1 (सूर्य का प्रतिनिधित्व)

मूलांक 2 (चंद्रमा का प्रतिनिधित्व)

मूलांक 3 (बुध का प्रतिनिधित्व)

मूलांक 4 (राहु का प्रतिनिधित्व)

मूलांक 5 (पंचम योग का)

मूलांक 6 (शुक्र का प्रतिनिधित्व)

मूलांक 7 (केतु का प्रतिनिधित्व)

मूलांक 8 (सूर्य और शनि का मिश्रण)

मूलांक 9 (मंगल का प्रतिनिधित्व)

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