नई दिल्ली, 13 जुलाई। Big Change in NMC : मोदी सरकार ने देश की चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलावों का ऐलान किया है। शुक्रवार को भारत सरकार के कार्मिक मंत्रालय ने एक आदेश जारी कर राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) और चिकित्सा मूल्यांकन एवं रेटिंग बोर्ड (एमएआरबी) के शीर्ष पदों पर नई नियुक्तियों की जानकारी दी।
शीर्ष नियुक्तियाँ
- डॉ. अभिजात चंद्रकांत शेट को NBEMS अध्यक्ष से राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC) का नया चेयरपर्सन नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति NMC Act, 2019 की धारा 4 के तहत, चार साल या 70 वर्ष की आयु तक के कार्यकाल के लिए की गई है।
- डॉ. एम.के. रमेश, जिनका पूर्व पद पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (PGMEB) के अध्यक्ष और राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, बेंगलुरु के कुलपति के रूप में रहा है, उन्हें मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड (MARB) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति NMC Act, 2019 की धारा 17(2) के अंतर्गत ACC द्वारा की गई है।
अधिकारिक आदेश (11 जुलाई 2025)
- भारत सरकार के कार्मिक मंत्रालय ने 11 जुलाई 2025 को जारी आदेश (No. 31/1/2025‑EO(SM‑II)‑04) में इन दोनों नियुक्तियों का उल्लेख किया है।
- उच्च स्तरीय स्वीकृति Prime Minister की अध्यक्षता वाली Appointments Committee of the Cabinet (ACC) द्वारा दी गयी और PMO, कैबिनेट सचिवालय, व स्वास्थ्य मंत्रालय को आदेश की प्रतिलेख भेजे गए।
NMC और MARB का महत्व
संस्था | भूमिका |
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NMC | देश की शीर्ष चिकित्सा शिक्षा नियामक संस्था, जो मेडिकल पाठ्यक्रम, कॉलेज, और पेशेवरों का नियंत्रण करती है। Medical Council of India (MCI) की जगह 2020 में बनी थी। |
MARB | चिकित्सा कॉलेजों की गुणवत्ता, मान्यता, रेटिंग, निरीक्षण जैसी जिम्मेदारियों का संचालन करता है। नई नियुक्ति से इसके निर्णयों में गति और कारगर बदलाव की आशा। |
उम्मीदें और भविष्य
ये नियुक्तियां चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।
उम्मीद है कि इन नेतृत्वों के तहत:
- शिक्षा गुणवत्ता और परीक्षा व्यवस्था में सुधार,
- गुणवत्ता मूल्यांकन व नियंत्रण में सक्षमता,
- और संस्थागत फैसलों में तेजी व जवाबदेही आएगी।