Sonali Mishra will be the first woman DG of RPF
नई दिल्ली। भारत के रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के इतिहास में पहली बार किसी महिला अधिकारी को इसकी कमान सौंपी गई है। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश कैडर की 1993 बैच की आईपीएस अधिकारी सोनाली मिश्रा को RPF की महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति न केवल एक प्रशासनिक निर्णय है, बल्कि महिला सशक्तिकरण, नेतृत्व और भरोसे की मजबूत मिसाल भी है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने इस ऐतिहासिक नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। सोनाली मिश्रा 1 अगस्त 2025 से पदभार संभालेंगी, क्योंकि मौजूदा डीजी मनोज यादव 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। मिश्रा का कार्यकाल 31 अक्टूबर 2026 तक होगा।
Sonali Mishra will be the first woman DG of RPF
कर्तव्यपरायणता और नेतृत्व की मिसाल
सोनाली मिश्रा वर्तमान में मध्यप्रदेश पुलिस में अतिरिक्त महानिदेशक (चयन) के पद पर कार्यरत हैं। उनका करियर सुरक्षा और रणनीति के क्षेत्र में गहन अनुभवों से भरा है। वे:
- जबलपुर में डीआईजी,
- भोपाल में आईजी इंटेलिजेंस,
- बीएसएफ हेडक्वार्टर (दिल्ली व कश्मीर) में आईजी
- और पंजाब फ्रंटियर में बीएसएफ की पहली महिला आईजी रह चुकी हैं।
पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनाती के दौरान उन्होंने 553 किमी लंबी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाई। कश्मीर घाटी जैसे संवेदनशील क्षेत्र में बीएसएफ के खुफिया संचालन का नेतृत्व करना उनकी कुशल रणनीतिक समझ और जज़्बे को दर्शाता है।
सम्मान और पहचान
सोनाली मिश्रा को उनकी सेवा के लिए:
- राष्ट्रपति पुलिस पदक (PPMDS)
- और पुलिस पदक (PMMS)
से सम्मानित किया गया है। यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति, नेतृत्व क्षमता और सेवा भावना का प्रमाण है।
Sonali Mishra will be the first woman DG of RPF
महिला नेतृत्व का नया युग
रेलवे सुरक्षा बल की कमान अब ऐसे हाथों में है, जो न केवल अनुभवी हैं बल्कि प्रेरणा का स्रोत भी हैं। रेलवे एक ऐसा क्षेत्र है जहां लाखों यात्री हर दिन सफर करते हैं। ऐसे में मिश्रा की नियुक्ति महिलाओं के लिए यह संदेश है कि “अब नेतृत्व की बागडोर थामने का वक्त आ गया है।”
क्या है RPF की भूमिका?
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) भारत में रेलवे की संपत्तियों और यात्रियों की सुरक्षा का ज़िम्मेदार बल है। यह बल कानून व्यवस्था बनाए रखने, यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, और रेल संपत्ति की रक्षा करने जैसे अहम दायित्व निभाता है।
सोनाली मिश्रा की नियुक्ति केवल एक पद पर चयन नहीं, बल्कि यह एक नई सोच, नए विश्वास और नए भारत की तस्वीर है। वह आने वाले वर्षों में RPF में पारदर्शी प्रशासन, सख्त सुरक्षा उपाय और महिला सशक्तिकरण को एक नई दिशा देंगी।यह कदम दिखाता है कि भारतीय सुरक्षा बल अब लैंगिक समानता की ओर अग्रसर हैं, और महिलाओं को सिर्फ भागीदार नहीं, नेता बनाया जा रहा है।