BENGLURU MAHALAXMI MURDER CASE
बेंगलुरू। कर्नाटक के बेंगलुरू के व्यालिकावल इलाके में 21 सितंबर 2024 को हुए 29 साल के महालक्ष्मी मर्डर केस जिसके शव के 59 टुकड़े कर फ्रीज में रख दिया गया था। इस मामले में आरोपी मुक्तिरंजन ने ओड़ीशा के अपने गांव में 25 सिंतबर का फांसी लगाकर जान दे दी। इस मामले के बाद मृतक के भाई सत्यरंजन का बयान सामने आया हैं। उन्होंने कहा कि- वो भाई को ब्लैकमेल कर रही थी। 7 लाख रूपए और सोने की चैन ले ली। भाई ने गुस्से में आकर मर्डर कर दिया।
दरअसल, व्यालिकावल इलाके के एक फ्लैट में बदबू आने के बाद पुलिस को इस सुचना दी गई। पुसिल मौके पर पहुंची तो हैरान रह गई। फ्रिज में महिला के 29 टुकड़े मिले वही बाकी टुकड़े फर्श पर पड़े हुए मिले। कमरे का पूरा फर्श खून से लाल हो गया था। महिला का नाम महालक्ष्मी था जो अपने परिवार पति से अगल होकर बैंग्लूरू के एक फ्लैट में अकेली रह रही थी। महालक्ष्मी की बात सिर्फ उसके मां से होता थी।
BENGLURU MAHALAXMI MURDER CASE
महाल्क्ष्मी और मुक्तिरंजन के बीच 1 साल से प्रम संबंध
इस हत्या का खुलासा होने के बाद कड़ियों को जोड़कर देखा गया तब पता चला कि महालक्ष्मी का कातिल मुक्तिरंजन ही हैं। दोनों एक ही मॉल में काम करते थे। वहीं दोनों के बीच करीब 1 साल से प्रेम संबंध चल रहा रहा था। मुक्तिरंजन आत्महत्या के पहले पहले एक चिट्ठी भी छोड़ी हैं, जिसमें उसने हत्या की बात कबूल की हैं।
सत्यरंजन ने कहा महालक्ष्मी मुक्तिरंजन को ब्लैकमेल करती थी
‘दैनिक भास्कर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुक्तिरंजन के भाई सत्यरंजन ने बताया कि महालक्ष्मी उसके भाई को ब्लैकमेल करती थी। ब्लैकमेलिंग की बात मुक्तिरंजन ने ही बताई थी। सत्यरंजन ने बताया कि कुछ दिन पहले उसके पास मुक्तिरंजन का फोन आया था। उसने फोन पर बताया कि वो महालक्ष्मी से बहुत प्यार करता है लेकिन वह उसे हर वक्त ब्लैकमेल करती रहती है। मुक्तिरंजन ने कहा कि वो महालक्ष्मी को लगभग 7 लाख रुपये और एक सोने की चेन दे चुका हैं। उस डर लगता कि कहीं वो कोई बड़ा और गलत कदम ना उठा बैंठे।
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मरने से पहले मुक्तिरंजन ने लिखी चिट्ठी
रिपोर्ट में मुक्तिरंजन की आखिरी चिट्ठी में इस बात का जिक्र है वह महालक्ष्मी से बहुत प्यार करता था, लेकिन उसका व्यवहार अच्छा नहीं था। महालक्ष्मी ने उसे किडनैपिंग केस में फंसाने की धमकी दी थी।
महालक्ष्मी के हाथ उठाने पर कत्ल किया
मुक्तिरंजन ने आगे लिखा कि 3 सितंबर को उन दोनों के बीच बहस हुई और गुस्से में महालक्ष्मी ने उसके ऊपर हाथ उठा दिया। इससे वो भड़क गया और महालक्ष्मी का कत्ल कर दिया। महालक्ष्मी के कत्ल के बाद मुक्तिरंजन पश्चिम बंगाल भाग गया। इसके बाद 24 सितंबर को रात लगभग 10 बजे वो ओडिशा में अपने गांव लौटा और खाना खाकर लेट गया।
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मुक्तिरंजन ने की आत्महत्या
सुबह करीब 4 बजे मुक्तिरंजन अपना कुछ सामान लेकर घर से निकला और कुछ घंटो के बाद मुक्तिरंजन ने पेड़ पर फंदे से लटककर अपनी जान दे दी। इससे पहले पुलिस ने महालक्ष्मी के पति और हेयर ड्रेसर अरशद सहित कई लोगों से पूछताछ की थी। मौका-ए-वारदात के आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए। इसके बाद पुलिस को मुक्तिरंजन का सुराग मिला।
बता दें कि, जिस फ्लैट में महालक्ष्मी की लाश मिली, वहां वह अक्टूबर 2023 से रह रही थी। परिवार में उसकी बातचीत केवल उसकी मां से होती थी, जो 15-20 दिन में एक बार उससे मिलने आती थीं। महालक्ष्मी ने 2 सितंबर को अपनी मां को आखिरी कॉल की थी, जिसके बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। हेयरड्रेसर अरशद अभी भी पुलिस की हिरासत में है, और मामले की जांच जारी हैं।