Bengal Protest
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में महिला डॉक्टर को इंसाफ दिलाने और सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर लड़ाई अब सड़कों पर आ गई है। भाजपा ने मंगलवार को राज्य सचिवालय तक मार्च करने वाले छात्रों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई के विरोध में आज सुबह छह बजे से पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद की घोषणा की है।
वहीं, ममता सरकार ने कहा है कि कोई बंद नहीं है, और जो सरकारी कर्मचारी ऑफिस नहीं पहुंचेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बता दे कि बीजेपी का ये बंगाल बंद सुबह 6 बजे से शुरू हो गया है और शाम छह बजे तक चलेगा। आज बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता पूरे बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। छात्र समाज’ ने यह मार्च आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में आयोजित किया है।
Bengal Protest
‘छात्र समाज’ कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर उभरा एक संगठन है। वही ममता सरकार ने इस मार्च को अवैध करार देते हुए कहा है कि उसे शरारती तत्वों द्वारा अशांति फैलाने की खुफिया जानकारी मिली है। तो वही बीजेपी की मांग है कि पुलिस गिरफ्तार किए गए छात्रों की बिना शर्त रिहा करे।
तृणमूल कांग्रेस ने बताया भाजपा की साजिश
तो वहीं, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि हड़ताल के आह्वान ने महिला डॉक्टर से कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या को लेकर लोगों की पीड़ा का फायदा उठाकर भाजपा प्रदेश में अशांति और आरकजाता फैलाने का काम कर रही है। बंगाल सरकार ने राज्य की जनता से इस बंद में भाग नहीं लेने का आग्रह किया और कहा कि प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि सुबह छह बजे से शुरू होने वाले बंद के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित न हो।
Bengal Protest
छात्रों की आड़ में उपद्रवियों ने बड़े पैमाने पर उपद्रव मचाया : तृणमूल
घोष ने संवाददाताओं से कहा कि यह बात उस समय स्पष्ट हो गई जब आज छात्र प्रदर्शनकारियों की आड़ में उपद्रवियों ने शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन के नाम पर बड़े पैमाने पर उपद्रव मचाया। पुलिस पर हमला किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल को अशांत करने के लिए भाजपा मदद कर रही है।
बता दे कि 27 अगस्त यानि कल नबन्ना रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों और कोलकाता पुलिस के बीच झड़प के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बुधवार, 28 अगस्त को बंगाल बंद का आह्वान किया गया है। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले को गलत तरीके से संभालने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग के लिए नबन्ना रैली का आयोजन किया गया था।
विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही बैरिकेड्स पलटे पुलिस कर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया, पानी की बौछारें कीं और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। जबकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन के शांतिपूर्ण नहीं होने का आरोप लगाया और सुझाव दिया कि विरोध में हिंसा के पीछे बीजेपी का हाथ था। वही बीजेपी के नेता कोलकाता में आज अलग-अलग जगहों पर प्रोटेस्ट करेंगे लेकिन ममता सरकार और बंगाल पुलिस ने बीजेपी के इस बंद को गैर कानूनी करार दिया है।