मेरठ : सावन माह की शुरुआत के साथ ही उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में कांवड़ यात्रा का धार्मिक उत्सव चरम पर है। हरिद्वार, गंगोत्री और अन्य तीर्थ स्थलों से जल भरकर लौटते कांवड़ियों की संख्या में लगातार इज़ाफा हो रहा है। इसी बीच मेरठ जिला प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
डीएम ने जारी किया आदेश
मेरठ के जिलाधिकारी डॉ. वी.के. सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि जिले के सभी स्कूल और कॉलेज 16 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक बंद रहेंगे। यह फैसला कांवड़ यात्रा और सावन शिवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़, ट्रैफिक दबाव और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखकर लिया गया है। आदेश के अनुसार, यह प्रतिबंध सरकारी, गैर-सरकारी, बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षण संस्थानों सभी पर लागू रहेगा।
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कांवड़ यात्रा के दौरान भारी भीड़ का अनुमान
प्रत्येक वर्ष सावन में लाखों की संख्या में शिव भक्त उत्तराखंड और अन्य स्थानों से गंगाजल लेकर शिव मंदिरों तक की यात्रा करते हैं। इस दौरान मेरठ कांवड़ मार्ग का एक प्रमुख पड़ाव बन जाता है। कांवड़ियों की भारी आवाजाही के चलते सड़कों पर भीड़ और जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे स्थानीय नागरिकों और विद्यार्थियों को भी असुविधा होती है। प्रशासन के अनुसार, यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा और निर्बाध कांवड़ यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
प्रशासन पूरी तरह सतर्क
कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण और सुरक्षित संचालन को लेकर मेरठ पुलिस व प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। रूट डायवर्जन, मेडिकल सुविधाएं, CCTV निगरानी और राहत शिविरों जैसी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।