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Accident at Gevra Mine : कोरबा की गेवरा खदान में दर्दनाक हादसा…! रिवर्स ड्रिल मशीन की चपेट में आने से हेल्पर की मौत

Accident at Gevra Mine: Tragic accident in Korba's Gevra mine...! Helper dies after being hit by reverse drill machine

Accident at Gevra Mine

कोरबा, 23 जुलाई। Accident at Gevra Mine : छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की गेवरा कोयला खदान में बुधवार तड़के एक दर्दनाक हादसे में एक हेल्पर की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब एक ड्रिल मशीन को रिवर्स किया जा रहा था और पीछे खड़े कर्मचारी राजन राणा मशीन की चपेट में आ गए।

मृतक की पहचान राजन राणा के रूप में हुई है, जो नेपाल का निवासी था और ठेका कंपनी कलिंगा के अधीन खदान में कार्यरत था। वह गेवरा खदान के 22 नंबर मेस में निवास करता था।

प्रशासन की कार्रवाई

Accident at Gevra Mine : घटना सुबह लगभग 3 बजे की है, जब ड्रिल मशीन का चालक लापरवाही से वाहन को रिवर्स कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चालक को यह अंदाज़ा नहीं था कि पीछे राजन खड़ा है। जैसे ही वाहन पीछे बढ़ा, राजन राणा उसमें आकर कुचला गया। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

घटना की सूचना मिलते ही खदान प्रबंधन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में हादसे का कारण चालक की लापरवाही माना जा रहा है।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

इस हादसे के बाद खदान कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि खदान में सुरक्षा मानकों की अनदेखी आम बात हो गई है। कर्मचारियों ने मांग की है कि मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए और जिम्मेदार कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई हो।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

राजन राणा के आकस्मिक निधन से परिजनों का बुरा हाल है। उनका कहना है कि वह रोज़ की तरह ड्यूटी पर गया था, लेकिन कभी लौटकर नहीं आया। परिजनों और कर्मचारियों ने मिलकर खदान प्रबंधन से जवाबदेही तय करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुख्ता कदम उठाने की मांग की है।

Accident at Gevra Mine : यह हादसा एक बार फिर खदानों में कार्यरत श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े करता है। क्या जीवन की कीमत पर ही उत्पादन चलेगा? प्रशासन और कंपनियों के लिए यह एक चेतावनी है कि समय रहते ठोस कदम न उठाए गए, तो ऐसे हादसे फिर दोहराए जा सकते हैं।

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