Rahul Gandhi letter to PM
हाईलाइट्स:
- भारत-पाक सीमा पर तनाव बरकरार है, बावजूद सीजफायर के।
- विपक्ष चाहता है कि सरकार इन मुद्दों पर जवाबदेह बने।
- संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग अब जोर पकड़ रही है।
- यह सत्र राष्ट्रीय एकता और रणनीतिक नीति पर चर्चा का मंच बन सकता है।
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच 10 मई की शाम को सीजफायर (युद्धविराम) की घोषणा की गई। यह घोषणा सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा सार्वजनिक की गई थी। इसके बावजूद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले अब भी जारी हैं, जिससे सीमा से सटे इलाकों में तनाव बना हुआ है।
इसी स्थिति को गंभीर मानते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाने की मांग की है।
Rahul Gandhi letter to PM
राहुल गांधी की चिट्ठी में क्या है?
राहुल गांधी ने पत्र में लिखा, “भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी, मैं विपक्ष के सर्वसम्मति से किए गए अनुरोध को दोहराता हूं कि संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए।”

उन्होंने ज़ोर दिया कि संसद में तीन अहम मुद्दों पर चर्चा आवश्यक है:
- पहलगाम आतंकी हमला – जिसमें कई जवान और आम नागरिक प्रभावित हुए।
- ऑपरेशन सिंदूर – यह सेना द्वारा चलाया गया एक विशेष अभियान है, जिसकी जानकारी को सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
- सीजफायर (युद्धविराम) – जिसकी घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने सबसे पहले की।
- राहुल ने लिखा कि यह विशेष सत्र भारत की जनता और उनके प्रतिनिधियों को एक मंच देगा ताकि वे इन मुद्दों पर खुलकर चर्चा कर सकें और एक सामूहिक राजनीतिक संकल्प का प्रदर्शन हो सके।
Rahul Gandhi letter to PM
विपक्ष की एकजुटता:
राहुल गांधी अकेले नहीं हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उनका कहना है कि “देश की सुरक्षा, सीमाओं की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय भूमिका जैसे मुद्दों पर संसद में खुली बहस जरूरी है।”
विपक्षी दलों का मानना है कि जब देश के सामने इस तरह की गंभीर चुनौतियां हों, तो लोकतंत्र में संसद ही वह मंच है जहाँ इन पर विचार-विमर्श और सामूहिक निर्णय लिए जाने चाहिए।

