Z-Morh Tunnel Inauguration
गांदरबल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में स्थित जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन किया। यह सुरंग श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 1) का हिस्सा है और सोनमर्ग और गगनगीर को जोड़ती है। इसका निर्माण क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और सोनमर्ग को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में मदद करेगा।
सुरंग की प्रमुख विशेषताएँ
- लंबाई: 6.5 किलोमीटर।
- ऊंचाई: 2,637 मीटर (8,652 फीट) समुद्र तल से।
- वाहन क्षमता: यह प्रति घंटे 11,000 वाहनों को 80 किमी प्रति घंटे की गति से संभालने के लिए डिज़ाइन की गई है।
- निर्माण तकनीक: न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड का उपयोग किया गया।
- कुल लागत: 24 अरब रुपये।
Z-Morh Tunnel Inauguration
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के मद्देनज़र, सुरंग और इसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, जिसमें शार्प शूटर तैनात किए गए थे, ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी की जा रही थी, और वाहनों की सघन जांच की जा रही थी। सुरंग के उद्घाटन में स्थानीय निवासियों को आमंत्रित किया गया था और उन्होंने इंजीनियरों और श्रमिकों से भी मुलाकात की।
सुरंग से होने वाले फायदे
- श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर यात्रा सुगम होगी।
- सोनमर्ग को शीतकालीन खेलों का केंद्र बनाने का अवसर मिलेगा।
- यह सुरंग सोनमर्ग तक पूरे साल पहुंचने में मदद करेगी, जो पहले बर्फबारी के कारण सर्दियों में बंद रहता था।
- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस सुरंग को कश्मीर के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना: बेहतर कनेक्टिविटी के माध्यम से सामान और सेवाओं का तेज़ परिवहन संभव होगा, जिससे स्थानीय उत्पादकों और व्यापारियों को नए बाजारों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा।
- व्यापार में वृद्धि: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का कहना है कि सुरंग खुलने के बाद व्यापार में 30% तक वृद्धि हो सकती है।
- नौकरी के अवसर: टूरिज़्म, हॉस्पिटैलिटी, और बुनियादी ढांचे के रखरखाव में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
- स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा: टनल के कारण सोनमर्ग और अन्य पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी, जिससे इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।इस सुरंग से पर्यटन के अलावा व्यापार और रोजगार के क्षेत्र में भी जम्मू-कश्मीर में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है, जिससे स्थानीय समुदाय की जीवनशैली में सुधार होगा।