छोटी दीपावली पर शाम को घर के बाहर चौमुखा दीप जलाया जाता है।

कहा जाता है इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का संहार किया था। इसलिए छोटी दिवाली को नरक वतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है।

दिवाली के दिन शाम को किसी को भी दूध, दही और इससे बनी चीजें नहीं देनी चाहिए. इससे घर की बरकत चली जाती है. कभी भी शाम के समय दूध का दान नहीं करना चाहिए।

दिवाली पर नमक किसी को दान में नहीं देना चाहिए, ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक नमक का संबंध शुक्र और चंद्रमा ग्रह से है. इससे ऐश्वर्य के कारक ग्रह शुक्र खराब होते हैं।

हल्दी का इस्तेमाल शुभ कार्यों और इसका संबंध गुरु ग्रह से है. इसलिए हल्दी का दान देने से गुरु ग्रह खराब होते हैं, जो हमारे जीवन में धन का कारक माने जाते है।

दिवाली के दिन शाम को चीनी दान नहीं करनी चाहिए। दिन चीनी दान करने से मां लक्ष्मी का स्थी वास नहीं होता, दरअसल गन्ना मां लक्ष्मी को प्रिय है इसलिए चीनी दान ना करें।

दिवाली पर मां लक्ष्मी के चावल के आटे या आलता से बनाना बेहद शुभ माना जाता है। मां लक्ष्मी के अंदर आते हुए चरण बनाने चाहिए,जाते हुए चरण नहीं..

मां लक्ष्मी के कदम को मुख्यद्वार पर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि जो भी घर में प्रवेश करता है, वह जाने-अनजाने में मां के चरणों पर पैर रखकर प्रवेश करता है।

लाल, हरा, पीला और गुलाबी रंग के लक्ष्मी कदम शुभ माने जाते हैं। इसके साथ ही रंग-बिरंगे लक्ष्मी कदम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।