Uttarakhand Rains
देश के पूर्वी, पश्चिमी, मध्य और उत्तरी क्षेत्र में मानसून सबसे अधिक सक्रिय है। कई राज्यों में भारी बारिश के कारण हालात चिंताजनक हैं। हिमाचल, उत्तराखंड एमपी और राजस्थान में लगातार हो रही बारिश से कई लोगों की मौत हो गई है। वायनाड में भूस्खलन से अब तक 154 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी लापता लोगों की तलाश जारी है।
तो वही उत्तराखंड में बादल फटने के कारण 16 लोगो की मौत हो गई है जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। तो वही भारी बारिश के कारण कई जगह सड़कें पूरी तरह से बह गई, कहीं नदी-नालों में उफान आने से आसपास के लोगों को हटाना पड़ा, कहीं बादल फटने से लोगों के घर मलबे में दब गये, तो कहीं सड़कों पर खड़ी गाड़ियां बह गईं।
उत्तराखंड में भी भारी बारिश के कारण पिछले 24 घंटे में 16 लोगों की मौत हो गई। हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को तीन जगहों पर बादल फटे। कुल्लू,मंडी और शिमला में अभी तक 36 लोग लापता है। मंडी में बादल फटने के बाद 3 मकान बह गए। अभी तक 2 शव बरामद हुए हैं। इस बीच मौसम विभाग ने आज भी हिमाचल में भारी बारिश होने की संभावना जताई है।
फिलहाल सेना ने मोर्चा संभाला हुआ है। वहीं उत्तराखंड में जगह-जगह पर लैंडस्लाइड और बारिश के कारण चारधाम की यात्रा रोक दी गई है। बुधवार रात गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग का 25 मीटर का हिस्सा ढह गया। इसके बाद पैदल मार्ग पर फंसे 1500 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
अत्यधिक बारिश की वजह से प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में लैंडस्लाइड की घटना भी बढ़ाने की संभावना बताई गई है। जिसे देखते हुए लोगों को सुरक्षित जगह जाने की सलाह दी गई है।
इसके अलावा चार धाम यात्रा मार्गों पर भी इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं। नदी-नाले उफान पर रहेंगे यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा गया है।