US-India SIG716 Deal
नई दिल्ली। अमेरिकी कंपनी SIG SAUER ने भारत के साथ बड़ी डील की है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिकी कंपनी ने रक्षा मंत्रालय के साथ अतिरिक्त 73,000 SIG716 राइफलों का दूसरा ऑर्डर दिया है। SIG SAUER के एक बयान में कहा गया है कि डील पूरी होने पर, 145,400 ऐसी राइफलें भारतीय सेना की सेवा में होंगी। वही इससे पहले फरवरी 2019 में फास्ट-ट्रैक खरीद के तहत भारत ने 647 करोड़ रुपए में 72,400 SiG-716 राइफल्स का ऑर्डर दिया था।
राइफल्स की दूसरी खरीद को दिसंबर 2023 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुआई में डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) ने मंजूरी दी थी। इसकी डिलीवरी के बाद भारतीय सेना के पास 1.45 लाख से ज्यादा SiG-716 असॉल्ट राइफल्स हो जाएंगी।
US-India SIG716 Deal
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के यूएस दौरे से लौटने के बाद ही भारतीय सेना को अमेरिका से 73 हजार अतिरिक्त सिग-सॉर असॉल्ट राइफल मिलने की खबर मिली है। राइफल बनाने वाली अमेरिकी कंपनी सिग-सोर ने आधिकारिक तौर पर इस बात की घोषणा की है। गौरतलब है कि सोमवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में बातचीत की थी।
आइये जानते है क्या है इसकी खासियत
SIG716 एक AR प्लेटफॉर्म है, जो 7.62 NATO में बना है। इसमें 16-इंच बैरल, M-LOIC हैंडगार्ड और 6-स्थिति वाला टेलिस्कोपिंग स्टॉक है। SIG SAUER भारतीय सेना और अमेरिका में अपने सभी ग्राहकों के लिए SIG716 राइफलों को डिजाइन और बनाता है। ये राइफलें 500 मीटर की प्रभावी ‘मार’ रेंज वाली हैं। इन राइफलों को चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर तैनात पैदल सेना बटालियनों को दिया जाएगा।
US-India SIG716 Deal
दरअसल, वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मेक इन इंडिया के तहत एके-203 असॉल्ट राइफल के निर्माण के लिए कोरवा में एक साझा प्लांट का उद्घाटन किया था। लेकिन पहले कोविड महामारी, यूक्रेन युद्ध और फिर लेन-देन में आ रही दिक्कतों के चलते प्लांट में राइफल के निर्माण में देरी हो रही थी।
इस बीच वर्ष 2020 में गलवान घाटी की झड़प और पूर्वी लद्दाख में चीन से शुरू हुए विवाद के चलते भारतीय सेना को आनन-फानन में अमेरिका से 72 हजार सिग-सॉर राइफल्स की खेप का ऑर्डर देना पड़ा था। वही कोरबा प्लांट के उत्पादन में देरी के चलते वर्ष 2021 में भारतीय सेना को 70 हजार एके-203 राइफल भी सीधे रुस से ऑफ द सेल्फ खरीदने की खबर भी सामने आई थी।
हालांकि, कोरबा प्लांट में एके-103 राइफल का निर्माण शुरु हो चुका है और पिछले महीने (जुलाई में) ही यहां निर्मित 35 हजार राइफल की सप्लाई भारतीय सेना को की गई थी। इसके बावजूद भारतीय सेना को असॉल्ट राइफल की कमी महसूस हो रही थी। यही वजह है कि रक्षा मंत्रालय ने अमेरिकी कंपनी को 73 हजार अतिरिक्त सिग-सॉर राइफल का ऑर्डर दिया है।