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Unique Wedding : एक विवाह ऐसा भी………. ग्वालियर की शिवानी ने लड्डू गोपाल संग लिए सात फेरे, भाई ने किया कन्यादान, मथुरा से साधु-संत लेकर आए बारात

Unique Wedding

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बुधवार शाम (17 अप्रैल) को एक लड़की ने अनोखा विवाह किया है, जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। शहर की रहने वाली शिवानी परिहार ने लड्डू गोपाल यानी भगवान श्री कृष्ण से पुरे विधि विधान के साथ विवाह रचा कर अपना सारा जीवन सौंप दिया है।

वृंदावन से कई साधु संत और स्थानीय लोग लड्डू गोपाल की बारात लेकर ग्वालियर आए और पूरे विधि-विधान से शादी संपन्न हुई। खास बात ये रही कि शिवानी ने शादी सामूहिक विवाह सम्मेलन से की है, ताकि उसकी शादी को मान्यता मिल सके। जिसमें भगवान श्रीकृष्ण ने ग्वालियर की 23 वर्षीय शिवानी परिहार की मांग भरी, सात फेरे लेकर विवाह रचाया और शिवानी ने अपना पूरा जीवन उनके चरणों में सौंप दिया।

शिवानी से शादी के लिए भगवान लड्‌डू गोपाल मथुरा-वृंदावन से बारात लेकर ग्वालियर आए थे। शादी भी वृंदावन से आए पंडित ने पूरे रिति रिवाज से कराई है। यह विवाह शहर की कैंसर पहाड़ियों पर स्थित हनुमान मंदिर में संपन्न हुआ। इस अनोखी शादी की खबर लगते ही आसपास के लोग भी इस शादी को देखने पहुंचे। इतना ही नहीं लोगों ने भगवान लड्डू गोपाल और शिवानी की शादी में शामिल होकर पैर पुजाई भी की।

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इस विवाह में साधु-संत भी बाराती बन कर आए। उन्हें बड़ी खुशी है कि वह भगवान लड्डू गोपाल की बारात में बाराती बनकर आए। दुल्हन को अपने साथ वृंदावन के एक आश्रम में विवाह कर ले जाएंगे। गुरुवार सुबह शिवानी की विदाई होगी, विदाई के बाद शिवानी अपनी ससुराल मथुरा वृंदावन के लिए रवाना हो जाएगी।

बाराती इस शादी की तुलना मीराबाई के प्रेम के समान कर रहे हैं। उनका कहना है कि आपने मीराबाई की प्रेम के बारे में सुना होगा लेकिन कलयुग में भी शिवानी मीराबाई जैसी ही है। उन्होंने अपना सारा जीवन भगवान लड्डू गोपाल के नाम कर दिया है। हालांकि, इससे पहले शिवानी मथुरा वृंदावन में संतों के पास गई थी और उन्होंने इस विवाह की बात उनके सामने रखी थी।

तो संतो ने उन्हें विवाह करने से रोका था लेकिन शिवानी ठान चुकी थीं कि उन्हें तो अपना सारा जीवन भगवान कृष्ण के नाम करना है। इसलिए रामनवमी के पावन अवसर पर उन्होंने पूरे रीति-रिवाज के साथ अपने जीवन की डोर हमेशा के लिए भगवान श्री लड्डू गोपाल के हाथों में दे दी।

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