Ujjain Mahakal Temple Fire Big Update
उज्जैन। महाकाल मंदिर में होली के दिन भस्म आरती के दौरान लगी आग से लगभग 15 लोग घायल हो गए थे। जिनमें मंदिर के पुजारी कर्मचारी और सफाईकर्मी 14 लोग झुलस गए थे। महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती के दौरान गुलाल उड़ाए जाने की वजह से जो आग भड़की थी।
जहा गंभीर हालत के लोगो को उपचार के लिए इंदौर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तो वहीं एक 79 सेवादार सत्यनारायण सोनी की हालात नाजुक होने के कारण पहले इंदौर और बाद में मुंबई रैफर किया गया था। हादसे के करीब 15 दिन बाद सेवा सत्यनारायण सोनी की आज बुधवार 10 अप्रैल को सुबह मौत हो गई है। इस खबर की जानकारी मंदिर प्रशासन की तरफ से दी गई है।
आग कैसे लगी थी ?
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक महाकालेश्वर मंदिर में होली (Holi Festival) के पर्व पर 25 मार्च को कपूर आरती पर गुलाल गिरने से आग लगी थी।हादसे के बाद पूरे मामले की जांच अधिकारियों द्वारा की गई थी, जिसमें पाया गया कि आग लगने का कारण केमिकल वाला गुलाल था।
इसी गुलाल के फेंकने के कारण आग तेजी से भड़क गई थी। जिसके बाद कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे। वहीं रंगपंचमी पर महाकाल मंदिर समिति ने पुजारियों ओर पुरोहितों को केसर और टेसू के फूलों से बना एक लोटा प्राकृतिक रंग उपलब्ध कराया था।
घायलों के उपचार के लिए एक-एक लाख रुपए
भविष्य में ऐसी घटना दुबारा न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे। आग लगने की घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए। जिसमे घायलों के उपचार के लिए एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया था।