TikTok ban in America
वॉशिंगटन। भारत के बाद अमेरिका ने भी चीन को बड़ा झटका दे दिया है। अमेरिकी सांसदों ने बुधवार को सदन में चीनी एप टिकटॉक को बैन करने के लिए एक विधेयक पारित किया है। अमेरिकी सदन ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने वाले इस विधेयक को भारी बहुमत से पारित करके चीन को कड़ा संदेश दिया है। राजनीतिक रूप से विभाजित वाशिंगटन में टिकटॉक को बैन करने के मामले में गजब की द्विदलीय एकता दिखाई दी।
इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सांसदों ने प्रस्तावित कानून के पक्ष में 352 और विपक्ष में सिर्फ 65 वोट दिए। लगभग 15 करोड़ अमेरिकी नागरिकों द्वारा प्रयोग किए जाने वाला एप टिकटॉक चीनी प्रौद्योगिकी फर्म बाइटडांस लिमिटेड की सहायक कंपनी है। सांसदों ने तर्क दिया कि बाइटडांस पर चीनी सरकार का नियंत्रण है। ऐस में चीनी सरकार चाहे अमेरिका के टिकटॉक यूजर्स के डाटा तक पहुंच की मांग कर सकती है।
READ MORE – BILASPUR CRIME NEWS : चोरी की नियत से घर में घुसा युवक मारपीट, दुष्कर्म कर सोने की अंगूठी ले भगा
TikTok ban in America
दरअसल, टिकटॉक के अधिकारियों में पारदर्शिता की कमी और उपयोगकर्ता की गोपनीयता और जानकारी की रक्षा करने की उनकी अनिच्छा ने यूरोपीय संघ और कनाडा जैसी पड़ोसी सरकारों को भी सरकारी उपकरणों पर एप्लिकेशन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रोत्साहित किया है।
मर्फी ने सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा, “चीन टिकटॉक का इस्तेमाल अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने, निगरानी करने और हेरफेर करने के लिए करता है।” उन्होंने कहा, “ऐप संवेदनशील उपयोगकर्ता डेटा एकत्र करता है जिसे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और उसकी खुफिया सेवाओं के साथ साझा किया जाता है। अपने वर्तमान स्वामित्व के तहत, यह एक गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा खतरा प्रस्तुत करता है।”
TikTok ban in America
सीनेट द्वारा पारित होने पर यह विधेयक राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित किया जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम निजी डेटा चाहते हैं जो अमेरिकियों के पास यहां या चीन में होना चाहिए? क्या हम चाहते हैं कि कंपनियों का स्वामित्व यहां या चीन में हो?’ उन्होंने यही कहा था। मैं यहां यह भी स्पष्ट करना चाहता हूं: यह बिल टिकटॉक जैसे ऐप्स पर प्रतिबंध नहीं लगाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि इन ऐप्स का स्वामित्व उन लोगों के हाथ में नहीं होगा, जो उनका शोषण कर सकते हैं, या हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं।”
कांग्रेसी ग्रेग मर्फी के कार्यालय ने एक बयान में कहा, 2020 में भारत ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए अपनी प्राथमिकता पर जोर देते हुए टिकटॉक सहित 59 चीनी-निर्मित ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया।