Bilaspur priest murder: बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। तखतपुर थाना क्षेत्र के परसाकांपा गांव में रविवार सुबह दिल दहला देने वाली वारदात हुई। गांव के पाठ बाबा मंदिर के पुजारी जागेश्वर पाठक उर्फ मोटू (30) की बेरहमी से हत्या कर दी गई। वारदात के पीछे एक सब्जी व्यापारी और उसकी पत्नी से जुड़े अवैध संबंध का मामला सामने आया है। पुलिस ने घटना के महज 12 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
Bilaspur priest murder:रविवार सुबह करीब 6 बजे जब पुजारी की मां मंदिर में चाय देने पहुंची तो उन्होंने बेटे का खून से सना शव मंदिर के बाहर पड़ा देखा। मां की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हो गए और तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। खबर मिलते ही एसएसपी रजनेश सिंह, एएसपी अर्चना झा, कोटा एसडीओपी नूपुर उपाध्याय समेत फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंचे।
Bilaspur priest murder: पुलिस को घटनास्थल देखकर साफ अंदेशा हो गया था कि हत्या योजना बनाकर की गई है। जांच के दौरान सर्च डॉग एक आरोपी के घर तक पहुंचा। इसके आधार पर संदिग्धों को चिन्हित किया गया और शक की सुई सब्जी व्यापारी सुरेश धुरी और उसके करीबियों पर आकर टिक गई।
Bilaspur priest murder: पुलिस की जांच में सामने आया कि पुजारी जागेश्वर पाठक ने मंदिर के खेत को अधिया पर सुरेश धुरी को दिया था। सुरेश और उसकी पत्नी खेत में काम करते थे। इसी दौरान पुजारी और महिला के बीच नजदीकियां बढ़ गईं। जब सुरेश को इसकी भनक लगी तो उसने पत्नी और पुजारी दोनों को समझाया, लेकिन उनका संबंध जारी रहा। नाराज होकर सुरेश ने करीब छह महीने पहले पत्नी से सामाजिक तलाक ले लिया। तभी से वह बदला लेने की फिराक में था।
बाइक पूजा के बहाने रची साजिश
Bilaspur priest murder: आरोपियों ने हत्या की योजना बनाई। रविवार तड़के बाइक की पूजा कराने के बहाने पुजारी को मंदिर से बाहर बुलाया गया। जैसे ही वह बाहर आया, सुरेश और उसके चार रिश्तेदारों ने सस्पेंशन पाइप और ईंट से उस पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। गंभीर चोटों से पुजारी की मौके पर ही मौत हो गई। हमलावर तुरंत वहां से फरार हो गए।
Bilaspur priest murder: एएसपी अर्चना झा ने बताया कि सबसे पहले पुलिस ने आरोपी मुकेश धुरी को मुंगेली जिले के जरहागांव से पकड़ा। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने वारदात की पूरी कहानी बता दी और अन्य आरोपियों के नाम उजागर किए। इसके बाद पुलिस ने लगातार दबिश देकर बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
मुख्य आरोपी सुरेश धुरी वारदात के बाद धमतरी भाग गया था। पुलिस ने धमतरी पुलिस की मदद से उसे भखारा से धर दबोचा। देर रात उसे बिलासपुर लाकर पूछताछ की गई। सुरेश ने जुर्म कबूलते हुए बताया कि पुजारी ने उसकी पत्नी से अवैध संबंध बनाया था, जिसके चलते उसका घर उजड़ गया। इसलिए उसने रिश्तेदारों की मदद से हत्या की साजिश रची।
Bilaspur priest murder: एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए मात्र 12 घंटे के भीतर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली। वारदात में शामिल पांचों आरोपी – सुरेश धुरी, मुकेश धुरी समेत तीन अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। लोग इस बात से सहमे हैं कि निजी विवाद ने किस तरह मंदिर के पुजारी की जान ले ली। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।