Team India BCCI
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2025 में टीम इंडिया के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बड़ा और कड़ा फैसला लिया है। बीसीसीआई ने परफॉर्मेंस के आधार पर टीम इंडिया के चार सपोर्ट स्टाफ को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस लिस्ट में सबसे बड़ा और चौंकाने वाला नाम असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर का है, जिनकी नियुक्ति कुछ ही महीने पहले हुई थी और जो हेड कोच गौतम गंभीर के बेहद करीबी माने जाते हैं।
अभिषेक नायर को 24 जुलाई 2024 को टीम इंडिया का असिस्टेंट कोच नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ गंभीर के सहयोगी के रूप में काम कर चुके थे। गंभीर के टीम इंडिया का हेड कोच बनने के बाद यह माना जा रहा था कि नायर लंबे समय तक सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा रहेंगे, लेकिन हालिया हारों ने समीकरण बदल दिए।
Team India BCCI
नायर के अलावा टीम से फील्डिंग कोच टी दिलीप, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई और एक मसाजर को भी बाहर किया गया है। दिलीप और देसाई लंबे समय से भारतीय टीम का हिस्सा थे और कई कोचिंग सेटअप के साथ काम कर चुके थे। हालांकि मसाजर का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। इन सभी को हटाने का फैसला हाल ही में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हारों के बाद लिया गया है।
बीसीसीआई इस बदलाव को एक सख्त परफॉर्मेंस आधारित फैसला मान रही है, जो यह दर्शाता है कि अब टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ में भी वही लोग टिकेंगे, जो परिणाम दे सकें। इस बीच बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक को फिलहाल बरकरार रखा गया है। कोटक अभी केवल व्हाइट-बॉल फॉर्मेट के साथ जुड़े हुए हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें रेड-बॉल क्रिकेट में भी जिम्मेदारी दी जाती है या नहीं।
Team India BCCI
अब सभी की नजरें बीसीसीआई के अगले कदम पर टिकी हैं। इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज से पहले नया कोचिंग स्टाफ घोषित किया जाएगा। यह तय है कि गौतम गंभीर अब अपने तरीके से एक नई कोर टीम खड़ी करने की दिशा में बढ़ चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि गंभीर की अगुवाई में भारत ने हाल ही में चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी, जिससे टीम को एक नई दिशा और आत्मविश्वास मिला था। इसके बावजूद, कोचिंग स्टाफ में इतना बड़ा बदलाव यह साफ संकेत देता है कि बोर्ड अब किसी भी तरह की ढिलाई को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।
इस घटनाक्रम से साफ है कि बीसीसीआई अब कोचिंग के मोर्चे पर भी नई सोच और नई ऊर्जा लाने की तैयारी में है। आने वाले हफ्तों में यह देखना रोचक होगा कि किन नए नामों को भारतीय क्रिकेट के इस नए अध्याय में मौका दिया जाता है।