TEACHER DAY SPECIAL
धार। मध्यप्रदेश के धार जिले का पड़ियाल गांव अधिकारियों का गढ़ बन चुका है। यहाँ के हर घर से एक युवा किसी न किसी सरकारी पद पर काम कर रहें हैं। इसके अलावा कोई अमेरिका और मलेशिया जैसे देशों में व्यवसाय, इंजीनियरिंग, और अन्य उच्च पदों पर काम कर रहे हैं। इस वजह से पड़ियाल गांव को अधिकारियों के गांव के रूप में भी जाना जाता है। यहाँ के लोगों की सफलता और मेहनत ने इस गांव को एक प्रेरणादायक मॉडल बना दिया है।
बता दें कि, कि इस गांव में 23 शिक्षकों के द्वारा 702 स्टूडेंट को प्रशिक्षित किया जाता हैं।
युवा सरकारी नौकरी व ऑफिसर के पद पर कार्यरत
राज्य का पड़ियाल गांव अपने आप में एक अनूठी मिसाल पेश करता हैं। बताया जाता हैं कि इस गांव के हर एक घर से व्यक्ति सरकारी नौकरी में अपनी सेवा दे रहा हैं। 5,500 की आबादी में बसे इस गांव में लगभग 300 युवा सरकारी कर्मचारी हैं, वहीं 100 से ज्यादा युवा उच्च अधिकारी के रूप में पोस्टेड हैं। इस गांव के युवा भारत की आजादी के बाद से ही प्रतियोगिता परिक्षा की तैयार करने में होड़ लगे हुए हैं।
TEACHER DAY SPECIAL
गांव में 90 प्रतिशत लोग साक्षर
धार जिले के डही ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले इस गांव की साक्षरता 90 प्रतिशत हैं। जिसमें 12 अधिकारी सेनानृवित्त होकर समाजसेवा का काम कर रहें हैं। इस गांव में कक्षा 6 से 12वीं तक स्मार्ट क्लास सेवा की शुरूवात की गई, जिसके कारण इस साल देश की कठिन में से एक नीट में 4 और जेईई मेंस में 3 स्टुडेंट चयनित होकर निकले हैं।
वहीं बता दें कि, आजादी के बाद पहले विधानसभा चुनाव में इसी गांव के बापू सिंह अलावा कुक्षी को सबसे पहले विधायक चुना गया था।
इस गांव की बेटियां भी किसी से कम नही
इस गांव की बेटियां भी शिक्षा के क्षेत्र में किसी से कम नहीं है।इस गांव की बेटयों ने भी पढ़ लिखक अपने व देश का नाम रोशन किया हैं। इसमें बबीता बामनिया (DSP), कौशल्या चैहान (TI), शकुंतला बामनिया (TI), प्रियंका अलावा (police officer), रिंकी बामनिया (commercial tax officer), शीतल अलावा (AE MPEB) सहित अन्य हैं।