रायपुर. छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति और एलायंस इंडिया नई दिल्ली तथा रायपुर एम्स के सहयोग से आज एम्स के सभागृह में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के स्वास्थ्यगत चुनौतियां और वह उसके समाधान संबंधी पर एक दिवसीय परामर्श एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एम्स रायपुर के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रहे.

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए जेंडर एफर्मेशन केयर (सर्जरी, हार्मोंस व काउन्सलिंग) की शुरुआत तथा ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 2019 व नियम 2020 के प्रावधानों पर जागरूकता करना था, एम्स के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ने अपने उद्बोधन में कहा कि जल्द ही रायपुर एम्स में ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए विभिन्न व्यवस्थाओं की शुरुआत की जाएगी.

उन्होंने बताया कि जल्द ही मेडिकल के पाठ्यक्रम में ट्रांसजेंडर विषय को पढ़ाया जाएगा तथा दो ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की नियुक्ति काउंसलर तथा ओपीडी ऑपरेटर के रूप में किया जाएगा, उन्होंने कहा यह ट्रांसजेंडर क्लीनिक के लिए शुरुआती प्रयास होंगे.
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वही राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर परिषद की सदस्य विद्या राजपूत ने ट्रांस महिला तथा ट्रांस पुरुष के स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से सबको अवगत कराया तथा बताया कि जेंडर एफर्मेशन सर्जरी एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति के लिए कितना जरूरी होता है, उन्होंने एम्स से अनुरोध किया कि वे जल्द ही ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के सर्जरी तथा हारमोंस व लेजर की फैसिलिटी प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू करें.


