Srinagar Wanted Terrorist Aadil Husain
जम्मू कश्मीर। आदिल हुसैन ठोकर का बचपन बिल्कुल सामान्य था। वह एक पढ़ा-लिखा नौजवान था, जिसने साइंस से ग्रेजुएशन किया था और उर्दू में एमए कर रहा था। आदिल कश्मीर के अनंतनाग जिले के गुरी गांव का रहने वाला था और एक प्राइवेट स्कूल में बच्चों को पढ़ाया करता था। नमाजी था, कुरान पढ़ता था, और अपने शांत स्वभाव के लिए जाना जाता था। परिवार को उस पर फख्र था।
लेकिन 2017 में आदिल की जिंदगी ने एक ऐसा मोड़ लिया, जिससे उसका परिवार आज भी सदमे में है। उस समय गांव में एक मोबाइल टावर लगने वाला था। आदिल ने इसके लिए जमीन दिलाने में मदद की थी। टावर लगने से आदिल के परिवार को हर महीने किराया और परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलने वाली थी। काम शुरू भी हो गया था, लेकिन गांव के ही एक पूर्व आतंकी ने इस काम का विरोध किया। उसने धमकियां दीं और टावर का काम रुकवा दिया।
Srinagar Wanted Terrorist Aadil Husain
इसी झगड़े के बाद आदिल का मन बहुत दुखी हुआ। घरवाले बताते हैं कि उस दिन वह एग्जाम देने के लिए निकला था, लेकिन फिर कभी लौटकर नहीं आया। परिवार ने तीन दिन तक उसे खोजा और फिर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। बाद में पता चला कि वह पाकिस्तान चला गया और आतंकी संगठन से जुड़ गया।
कुछ महीनों तक परिवार को उम्मीद थी कि आदिल वापस आएगा। एक अनजान नंबर से फोन भी आया था, जिससे उन्हें लगा था कि शायद आदिल ने संपर्क किया है, लेकिन पुलिस ने उस फोन को भी जांच में ले लिया। उसके बाद से आदिल का कोई अता-पता नहीं चला।
अब सात साल बाद आदिल का नाम पहलगाम हमले में सामने आया है, जिसमें 26 निर्दोष टूरिस्ट मारे गए। इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आदिल के गांव में उसका घर घेर लिया, घर खाली करवाया और फिर एक विस्फोट के जरिए आदिल का मकान ढहा दिया। मलबे से आदिल की कुछ पुरानी किताबें और नोट्स बरामद हुए, जिनसे उसके पढ़ाई के दिनों की यादें ताजा हो गईं।
Srinagar Wanted Terrorist Aadil Husain
उसके पिता और भाइयों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया। आदिल की मां शहजादा बेगम अब चाचा के घर में रह रही हैं। उनका कहना है, “अगर मेरा बेटा इस हमले में शामिल है, तो उसे फांसी दी जाए। जिन्होंने बेगुनाह टूरिस्टों को मारा है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। अगर मेरा बेटा दोषी नहीं है, तो सरकार को मेरे घर का मुआवजा देना चाहिए। अब हमारा घर भी नहीं बचा।”
गांव के लोग भी आदिल को बचपन से जानते थे। वे बताते हैं कि आदिल बहुत होनहार और शिष्ट लड़का था, उसे खेलकूद में कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। जब 2018 में खबर आई कि वह सरहद पार चला गया है, तो पूरे गांव को झटका लगा था। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि इतना पढ़ा-लिखा लड़का आतंक के रास्ते पर चला गया।
Srinagar Wanted Terrorist Aadil Husain
हालांकि, आदिल के गांववालों और उसके परिवार का एक बड़ा दावा भी है। उनका कहना है कि जो स्केच सरकार ने पहलगाम हमले के आरोपियों का जारी किया है, वह आदिल से मेल नहीं खाता। नाम और पता आदिल का है, लेकिन चेहरा स्केच से बिल्कुल अलग है। आदिल की मां और चाचा दोनों ने इस बात की पुष्टि की है कि स्केच में जो आतंकी दिखाया गया है, वह उनका आदिल नहीं है।
गांव वालों का भी यही कहना है कि पहलगाम अटैक में शामिल व्यक्ति का चेहरा आदिल जैसा नहीं है। अब सच क्या है, इसका फैसला जांच और सबूतों से ही होगा, लेकिन एक मां का दिल टूट चुका है। जो कभी बेटे पर नाज करती थी, अब उसे अपने ही बेटे के लिए फांसी की मांग करनी पड़ रही है।