Sooryavansham Actress Soundarya
मुंबई। साल 2004 में तेलुगु और हिंदी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री सौंदर्या की एक प्लेन क्रैश में मौत हो गई थी। अब, 22 साल बाद इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। साउथ इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता मोहन बाबू पर सौंदर्या की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है।
क्या है पूरा मामला?
एक शख्स चिट्टीमल्लू ने मोहन बाबू के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। उनका दावा है कि प्रॉपर्टी विवाद के चलते मोहन बाबू सौंदर्या और उनके भाई अमरनाथ पर 6 एकड़ जमीन बेचने का दबाव बना रहे थे। जब सौंदर्या और उनका परिवार झुकने को तैयार नहीं हुआ, तो मोहन बाबू ने उनकी हत्या की साजिश रची।
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि सौंदर्या की मौत के बाद मोहन बाबू ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया। शिकायतकर्ता ने अपनी सुरक्षा की मांग भी की है, क्योंकि उनका मानना है कि मोहन बाबू उन्हें भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Sooryavansham Actress Soundarya
कैसे हुई थी सौंदर्या की मौत?
साल 2004 में सौंदर्या ने राजनीति में कदम रखा और भारतीय जनता पार्टी (BJP) व तेलुगु देशम पार्टी (TDP) से जुड़ीं। वह 17 अप्रैल 2004 को अपने भाई अमरनाथ और कुछ अन्य लोगों के साथ करीमनगर में एक राजनीतिक रैली के लिए रवाना हुई थीं। उन्होंने बेंगलुरु से 4-सीटर प्राइवेट एयरक्राफ्ट (Cessna 180) में उड़ान भरी थी।
लेकिन उड़ान भरते ही कुछ ही सेकंड में प्लेन में आग लग गई और वह क्रैश हो गया। यह हादसा बेंगलुरु के गांधी कृषि विज्ञान केंद्र के पास हुआ था। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि प्लेन पूरी तरह जल चुका था और उसमें बैठे सभी लोग जिंदा जल गए थे।
क्या सौंदर्या मां बनने वाली थीं?
सौंदर्या की मौत के बाद, तमिल डायरेक्टर आर.वी. उदयकुमार ने एक बड़ा खुलासा किया था। उन्होंने कहा कि सौंदर्या प्रेग्नेंट थीं और उन्होंने मौत से एक दिन पहले उन्हें फोन कर यह खुशखबरी दी थी। उन्होंने यह भी बताया कि सौंदर्या अब और फिल्मों में काम नहीं करना चाहती थीं और अपनी पर्सनल लाइफ पर फोकस करना चाहती थीं।
Sooryavansham Actress Soundarya
क्या मोहन बाबू को थी सौंदर्या के जाने से परेशानी?
हैरानी की बात यह है कि बीजेपी कैंपेन में जाने से पहले सौंदर्या मोहन बाबू के साथ ‘शिव शंकर’ फिल्म की शूटिंग कर रही थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहन बाबू किसी भी फिल्म की शूटिंग के दौरान कलाकारों को शहर से बाहर जाने की अनुमति नहीं देते थे। उन्होंने सौंदर्या को रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानीं और कैंपेन में शामिल होने चली गईं।
अब जब 22 साल बाद सौंदर्या की मौत का मामला फिर से खुला है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच में क्या नए सबूत सामने आते हैं। क्या यह सच में एक दुर्घटना थी या किसी गहरी साजिश का हिस्सा?
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