Singrauli Borewell Accident
सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली में एक 100 फ़ीट पुराने बंद गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की मासूम बच्ची को नहीं बचाया जा सका। यह घटना 29 जुलाई की शाम 4:30 बजे की बताई जा रही है। बोरवेल में गिरी 3 वर्षीय बच्ची को रेस्क्यू टीम ने 6.30 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बोरवेल से बाहर निकालकर गंभीर बच्ची को जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक कल यानी सोमवार को ही बच्ची का तीसरा जन्मदिन था। सीएम डॉ मोहन यादव ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के बरगवां थाना क्षेत्र के कसर गांव में सोमवार की शाम लगभग 4:00 बजे राम प्रसाद साहू निवासी कसर अपनी मासूम 3 वर्षीय बच्ची सौम्या साहू के साथ खेत पर गया था तभी वह खेत पर ही अपने काम में व्यस्त हो गया और बच्ची खेलते खेलते खुले बोरवेल के पास पहुंच गई जहां खेलते खेलते बोरवेल में गिर गई स्थानीय लोगों की माने तो बोरवेल की गहराई लगभग 100 फीट बताई जा रही है।
Singrauli Borewell Accident
घटना की सूचना मिलते ही सिंगरौली कलेक्टर, एसपी व भारी संख्या में प्रशासन मौके पर पहुंच कर बच्ची को बचाने के लिए रेस्क्यू कार्य शुरू किया गया। बचाव दल ने तीन जेसीबी मशीनों की मदद से बोरवेल के पैरेलल खुदाई की। वहीं घटना के बाद बच्ची के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। परिजनों ने बताया कल सौम्या का जन्मदिन था। पूरा परिवार खुश था और अब इस घटना से क्षेत्र में मातम पसर गया।
Singrauli Borewell Accident
आप को बता दें मध्य प्रदेश में बोरवेल में बच्चों के गिरने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बच्चे इस हादसों का शिकार हो चुके हैं। इससे पहले अप्रैल 2024 में रीवा में 6 साल का मयंक बोरवेल में गिर गया था। जिसके बाद 46 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मयंक जिंदगी की जंग हार गया था। वहीं जून 2023 में सीहोर में सृष्टि बोरवेल में गिर गई थी। 55 घंटे चले ऑपरेशन के बाद भी सृष्टि को नहीं बचाया जा सकता था।
वहीं दिसंबर 2023 में राजगढ़ में माही भी बोरवेल में गिर गयी थी। ऐसे कई हादसों के बाद मोहन कैबिनेट ने इन दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा विधेयक को पास किया था। जिसमें नलकूप खनन से पहले अनुमति लेने की बात के साथ साथ ही बोरवेल खुला छोड़ने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।