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sambhal jama masjid clash: यूपी के संभल में मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा : 3 की मौत, वाहन फूंके , 30 पुलिसकर्मी घायल

Sambhal jama masjid clash

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार उस समय अफरातफरी मच गई जब मुगलकालीन जामा मस्जिद सामने पुलिस और भीड़ के झड़प हो गई। पथराव में तीन लोगों की मौत हो गई। पथराव में 30 से ज्यादा पुलिस वाले घायल हुए. दरअसल यह मस्जिद एक विवादित कानूनी लड़ाई के केंद्र में है, दावा किया जाता है कि इसे एक हिंदू मंदिर के स्थान पर बनाया गया था।

पुलिस के अनुसार, हिंसा तब शुरू हुई जब एक “एडवोकेट कमिश्नर” के नेतृत्व में सर्वेक्षण दल ने अपना काम शुरू किया। इसे देखते हुए मस्जिद के पास भीड़ जमा हो गई। भीड़ में लगभग एक हजार लोग शामिल हो गए। भीड़ ने पुलिस को मस्जिद में घुसने से रोकने की कोशिश की। इसी दौरान भीड़ में से कुछ लोगों ने मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों पर पत्थर फेंके। पुलिस ने भी बल प्रयोग किया। इस सब के बीच भीड़ ने दस से ज़्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इससे अफ़रा-तफ़री मच गई।

Sambhal jama masjid clash

जामा-मस्जिद में सर्वे के दौरान गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई। पथराव और आगजनी के दौरान सीओ अनुज चौधरी के पैर में गोली लगी। संभल के एसएचओ के पैर में चोट लगी है। एसपी और डीएम भी पत्थरबाजी में घायल हुए हैं। 30 से ज्यादा पुलिस वाले पथराव में घायल हुए हैं।

जानिए पूरा मामला

संभाल में गोलीबारी में मृत दो लोगों की पहचान बिलाल अंसारी और नईम अहमद के रूप में हुई है। एक याचिका के बाद शुरू की गई प्रक्रिया के तहत आज सुबह 7:30 बजे यह सर्वेक्षण शुरू हुआ था। याचिका में दावा किया गया है कि जहां अब मस्जिद है, वहां कभी मंदिर हुआ करता था। मंगलवार को इसी तरह का सर्वेक्षण किए जाने के बाद से संभल में तनाव बढ़ रहा था।

याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि “बाबरनामा” और “आइन-ए-अकबरी” जैसे ऐतिहासिक ग्रंथों में 1529 में मुगल सम्राट बाबर द्वारा मंदिर के विनाश का दस्तावेजीकरण किया गया है। सर्वेक्षण के समर्थकों का तर्क है कि यह ऐतिहासिक सत्य को उजागर करने में एक आवश्यक कदम है, जबकि विरोधी इसे एक उकसावे के रूप में देखते हैं। वे इसे पूजा स्थल अधिनियम, 1991 के तहत धार्मिक स्थलों की पवित्रता का उल्लंघन बताते हैं।

Sambhal jama masjid clash

जानबूझकर पुलिस फोर्स पर हमला
संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि सर्वे के विरोध में भीड़ ने जानबूझकर पुलिस फोर्स को टारगेट किया। उनकी पहचान करके उन पर NSA लगेगा। विश्नोई ने कहा, “भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवियों ने पुलिस दल पर पथराव किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।”

जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेसिया ने कहा कि, घटना के सिलसिले में करीब दस लोगों को हिरासत में लिया गया है। ऑनलाइन प्रसारित हो रहे वीडियो में कथित तौर पर मस्जिद पर पथराव होता दिख रहा है। आसपास खड़ी कई गाड़ियों को आग लगाई जा रही है। बवाल के बावजूद अधिकारियों ने तय समय पर सर्वेक्षण पूरा किया। वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि सर्वेक्षण दल ने न्यायालय के निर्देशानुसार वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के साथ-साथ घटनास्थल की विस्तृत जांच की। सर्वेक्षण रिपोर्ट 29 नवंबर तक पेश की जानी है।

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