Saharsa News
विकास के दावे बनाम ज़मीनी हकीकत:
सहरसा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास के दावों के बावजूद सहरसा शहर की स्थिति खस्ताहाल है। विशेष रूप से नगर निगम के वार्ड नंबर 41 की तस्वीरें यह साबित करती हैं कि योजनाओं की करोड़ों की घोषणाएं अब भी सिर्फ कागजों तक सीमित हैं।
बारिश बनी अभिशाप: घरों में घुसा पानी
वार्ड 41 के निवासियों का कहना है कि हल्की सी बारिश भी क्षेत्र को तालाब में बदल देती है। घरों में पानी घुस जाता है और सड़कों पर आवागमन असंभव हो जाता है। न नाले हैं, न पक्की सड़कें—स्थिति वर्षों से जस की तस है।
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स्थानीय निवासियों की पीड़ा: “हर साल वही कहानी”
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हर साल यही होता है। थोड़ी बारिश में भी घर डूब जाते हैं। सरकार और प्रशासन को कोई परवाह नहीं। यह कैसा विकास है?” बच्चों का स्कूल जाना, बुजुर्गों का बाहर निकलना तक मुश्किल हो जाता है।
सरकारी घोषणाएं बनाम ज़मीनी हालात:
हाल ही में मुख्यमंत्री ने सहरसा के लिए 137 करोड़ रुपये की स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना की घोषणा की थी। परंतु वार्ड 41 में आज तक कोई ठोस कार्य शुरू नहीं हुआ। 2022 में नगर निगम का दर्जा मिलने के बावजूद विकास के संकेत नदारद हैं।
2019 की बाढ़ की यादें: फिर वही हालात
2019 की भारी बारिश के समय भी सहरसा बुरी तरह प्रभावित हुआ था। तब आपदा प्रबंधन की बैठकें हुई थीं, लेकिन 6 साल बाद भी समस्याएं जस की तस बनी हुई प्रशासन |
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प्रशासनिक चुप्पी और नेताओं की गैरमौजूदगी:
स्थानीय निवासी लगातार शिकायत करते हैं, लेकिन नगर निगम और जिला प्रशासन से कोई सुनवाई नहीं होती। लोगों का सवाल है—”हमारे विधायक और सांसद कहां हैं?”
विकास के दावे सवालों के घेरे में:
सहरसा में यह समस्या सिर्फ एक वार्ड तक सीमित नहीं है। पूरे शहर में जल निकासी, नाले सफाई और सड़क निर्माण का घोर अभाव है। लोग सरकार से अब केवल घोषणाएं नहीं, ठोस कार्रवाई चाहते हैं।
निवासियों की मांग और आगे की राह
स्थानीय लोगों की स्पष्ट मांग है कि:
- वार्ड 41 में जल्द से जल्द नाले और सड़कें बनाई जाएं।
- स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम को शीघ्र लागू किया जाए।
- नगर निगम और सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लें।
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क्या बदलेगी तस्वीर?
प्रश्न यह है कि क्या सरकार इस समस्या को स्थायी समाधान की दिशा में ले जाएगी या फिर अगली बारिश में फिर यही खबरें सुर्खियों में होंगी? सहरसावासियों को अब जवाब चाहिए, वादे नहीं।