Russia attacks Ukraine
यूक्रेन। रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर बमबारी की है। शनिवार की रात यूक्रेन के दोब्रोपिलिया शहर में हर चीज़ सामान्य थी। लेकिन कुछ ही पलों में यह शांति दहशत और तबाही में बदल गई। आधी रात के बाद अचानक आसमान में सायरन गूंजने लगे। यह चेतावनी थी कि रूस ने हमला कर दिया है।
लेकिन इस बार हमले का स्तर कहीं ज्यादा भयानक था। कुछ ही क्षणों में बैलेस्टिक मिसाइलें और ड्रोन शहर पर टूट पड़े। खबरों के मुताबिक सबसे पहला निशाना एक आठ-मंजिला इमारत बनी। तेज धमाके के साथ पूरी इमारत हिल गई, खिड़कियों के शीशे चकनाचूर हो गए,
Russia attacks Ukraine
और देखते ही देखते ऊपरी मंजिलें आग की लपटों में घिर गईं। अंदर सो रहे लोग अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे। बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंच कर मलबे के नीचे दबे लोगों को निकालने लगा। मिली जानकारी के मुताबिक इस घातक हमले में 20 लोगों की मौत हो गई थी और 30 से अधिक घायल हो गए है।
लेकिन रूस के हमले सिर्फ दोब्रोपिलिया तक सीमित नहीं थे। उसी रात, उत्तर-पूर्वी खार्किव क्षेत्र को भी ड्रोन हमलों और मिसाइलों से निशाना बनाया गया। यहां तीन नागरिकों की जान चली गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
राष्ट्रपति जेलेंस्की की नाराजगी: “रूस अब भी वही चाहता है!”
इस हमले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस की कड़ी निंदा की। उन्होंने गुस्से और दर्द से भरे शब्दों में कहा –”ये हमले यह दिखाते हैं कि रूस के इरादे अब भी वही हैं – वह यूक्रेन को पूरी तरह तबाह करना चाहता है।” उन्होंने दुनिया से रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने और यूक्रेन की रक्षा प्रणाली को मजबूत करने की अपील की।
Russia attacks Ukraine
अमेरिका की धमकी बेअसर – रूस को कोई फर्क नहीं पड़ा
गौरतबल है कि इस हमले से कुछ दिन पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को कड़ी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर रूस ने हमला किया, तो अमेरिका कठोर आर्थिक प्रतिबंध लगाएगा। लेकिन रूस ने इस चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया और बमबारी जारी रखी।
यूक्रेन को अमेरिकी मदद बंद – और मुश्किलें बढ़ीं
स्थिति और भी खराब हो गई जब कुछ हफ्ते पहले अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोक दी। ट्रंप प्रशासन ने न केवल सैन्य उपकरणों की आपूर्ति पर रोक लगा दी, बल्कि अमेरिकी खुफिया जानकारी साझा करने को भी बंद कर दिया। इससे यूक्रेन की हवाई सुरक्षा कमजोर हो गई और रूस के लिए हमला करना आसान हो गया। वहीं रूस के इस हमले ने पूरी दुनिया के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। क्या अमेरिका यूक्रेन की फिर से मदद करेगा? क्या रूस को रोका जा सकेगा? या फिर यह युद्ध और भी भयानक रूप ले लेगा?