महाराष्ट्र, 04 अक्टूबर। Reserve Forests : जंगल सफारी पर निकले पर्यटकों को हाल ही में ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने सभी को रोमांच और आश्चर्य से भर दिया। एक शेरनी अपने पांच शावकों के साथ निर्भीकता से जंगल में विचरण करती नजर आई। यह नजारा न सिर्फ बेहद दुर्लभ था, बल्कि पर्यटकों के लिए जीवन भर याद रहने वाला अनुभव बन गया। DA न्यूज़ प्लस को यह दुर्लभ वीडियो एक पर्यटक द्वारा भेजा गया, जिसे हम अपने पाठकों के लिए विशेष रूप से प्रस्तुत कर रहे हैं।
यह दृश्य महाराष्ट्र के एक प्रमुख रिजर्व फॉरेस्ट में सामने आया, जहां वन्यजीव प्रेमी और पर्यटक बड़ी संख्या में जंगल की खूबसूरती और जंगली जानवरों को देखने आते हैं।
क्या था खास इस दृश्य में?
शेरनी अपने पांच छोटे शावकों के साथ एक पगडंडी पर आराम से चलते हुए दिखी। पूरे समय वह सतर्क लेकिन निर्भीक नजर आई। शावक कभी मां के पीछे-पीछे भागते तो कभी खेलते हुए चलते दिखाई दिए। पास से यह दृश्य देख रहे टूरिस्ट इस नजारे को देख कर हैरान और भावुक हो उठे।
सोशल मीडिया पर वायरल
इस दुर्लभ दृश्य की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि एक शेरनी के साथ एक समय में पांच शावकों का दिखना बेहद दुर्लभ है। सामान्यत: शेरनियों के 2 से 4 शावक होते हैं, लेकिन पांच बच्चों के साथ दिखना प्राकृतिक रूप से विशेष घटना मानी जा रही है।
वन विभाग की प्रतिक्रिया
वन विभाग के अधिकारियों ने भी इस दृश्य की पुष्टि करते हुए कहा कि, यह एक शानदार संकेत है कि जंगल में वन्यजीवों की संख्या और स्वास्थ्य दोनों सुरक्षित हैं। शेरनी और उसके शावकों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पर्यटकों ने कहा कि, जंगल में शेर-शेरनी तो देखे हैं, लेकिन शेरनी को एक साथ पांच शावकों के साथ इस तरह नजदीक से देखना अविश्वसनीय अनुभव था। यह पल जीवन भर के लिए यादगार बन गया।
वन्यजीव विशेषज्ञों के मुताबिक, यह दृश्य दर्शाता है कि जंगल में प्राकृतिक प्रजनन प्रक्रिया अच्छी तरह से चल रही है।साथ ही, जंगल में मानव हस्तक्षेप कम होने से वन्यजीवों को सुरक्षा और अनुकूल वातावरण मिल रहा है। महाराष्ट्र के रिजर्व फॉरेस्ट में नजर आया यह दुर्लभ दृश्य न केवल रोमांचकारी है, बल्कि यह प्राकृतिक संतुलन और संरक्षण प्रयासों की सफलता का भी प्रतीक है। शेरनी और उसके पांच शावकों को एक साथ देखना किसी दुर्लभ वन्यजीव फिल्म से कम नहीं है। यह दृश्य पर्यटकों के लिए तो खास था ही, साथ ही वन्यजीव संरक्षण के लिए भी सकारात्मक संकेत है।