RBI 90-Year Commemoration
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज अपने 90वें स्थापना दिवस का भव्य समापन समारोह मनाया, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस ऐतिहासिक मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और कई अन्य गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहीं।
राष्ट्रपति मुर्मु का स्वागत और संबोधन
राष्ट्रपति मुर्मु सोमवार शाम मुंबई पहुंचीं, जहां एयरपोर्ट पर राज्यपाल और उपमुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया। आज के समारोह में उन्होंने आरबीआई की 90 वर्षों की उल्लेखनीय यात्रा की सराहना की और कहा, “भारतीय रिजर्व बैंक देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और बीते नौ दशकों में इसने आर्थिक स्थिरता व वित्तीय समावेशन में अहम भूमिका निभाई है।”
RBI 90-Year Commemoration
गवर्नर का स्वागत भाषण और बैंक की उपलब्धियां
आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने स्वागत भाषण में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक का सफर न केवल देश के आर्थिक विकास में योगदान देने वाला रहा है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भी एक सशक्त वित्तीय संस्थान के रूप में उभरा है।
आरबीआई की मुख्य उपलब्धियां:
- 1935 में स्थापना: ब्रिटिश सरकार के अधीन इसकी शुरुआत हुई थी।
- 1949 में राष्ट्रीयकरण: आजादी के बाद इसे सरकार के नियंत्रण में लाया गया।
- वित्तीय समावेशन: जन-धन योजना, डिजिटल बैंकिंग और यूपीआई जैसी पहलें।
- आर्थिक स्थिरता: महंगाई नियंत्रण और वित्तीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका।
RBI 90-Year Commemoration
भविष्य की योजनाएं
इस अवसर पर आरबीआई ने आने वाले वर्षों के लिए अपनी प्राथमिकताओं पर जोर दिया, जिसमें डिजिटल मुद्रा (CBDC), हरित वित्त (Green Finance), बैंकिंग सुधार और साइबर सुरक्षा प्रमुख विषय रहे।
समापन
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और आरबीआई के इतिहास की झलकियों को दर्शाने वाले एक विशेष प्रदर्शनी के साथ हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर वित्तीय क्षेत्र के कई प्रमुख विशेषज्ञ भी उपस्थित रहे।