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Rashtriya Swayamsevak Sangh : विजयादशमी पर RSS की शस्‍त्र पूजा का आयोजन, ISRO के पूर्व अध्यक्ष बने चीफ गेस्ट

Rashtriya Swayamsevak Sangh

नागपुर। आज RSS की स्थापना के 99 साल भी पूरे हो रहे हैं। आप को बता दें, विजयादशमी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का गहरा संबंध है। संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन, नागपुर में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी द्वारा की गई थी। इसलिए, यह दिन संघ के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

इसलिए हर साल विजयादशमी पर संघ का स्थापना दिवस मनाया जाता है। विजयादशमी को संघ में शक्ति और संगठन के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इस दिन, संघ के स्वयंसेवक ‘पथ संचलन’ करते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले विजयदशमी उत्सव का आयोजन आज किया जा रहा है। इस दौरान स्वयंसेवक पारंपरिक गणवेश में बैंड के साथ परेड निकालते हुए नजर आए।

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पद्मभूषण डॉक्टर के. राधाकृष्णन एवं पूर्व अध्यक्ष ISRO को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत नागपुर के रेशम बाग मैदान में शस्त्र की पूजा करेंगे। इसके बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत इस दौरान स्वयंसेवकों को संबोधित करते हैं।

विजयादशमी के दिन हुई थी RSS की स्‍थापना

राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ की स्‍थापना 27 सितंबर, 1925 को डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा नागपुर में विजयादशमी के दिन की गई थी। संघ का उद्देश्‍य भारतीय संस्कृति और नागरिक समाज के मूल्यों को बनाए रखना, समाज सेवा और सुधार के कार्य करना, आरएसएस की सबसे छोटी इकाई शाखा होती है, जहां स्वयंसेवक प्रतिदिन एकत्रित होकर शारीरिक प्रशिक्षण और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।

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