Raja Raghuvanshi Murder
इंदौर। राजा रघुवंशी हत्याकांड में इंदौर पुलिस को एक अहम सुराग मिला है, जिसने पूरे केस को नया मोड़ दे दिया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि सोनम रघुवंशी, जो हत्याकांड की मुख्य आरोपी है, 25 दिनों में 112 बार एक खास मोबाइल नंबर पर बात करती थी। शुरुआत में माना जा रहा था कि यह नंबर किसी “संजय वर्मा” नामक व्यक्ति का है, लेकिन अब खुलासा हुआ है कि यह नंबर असल में सोनम के प्रेमी राज कुशवाहा ही इस्तेमाल कर रहा था।
इस खुलासे के बाद इंदौर पुलिस ने मेघालय पुलिस से समन्वय किया और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया। पुलिस अब मान रही है कि राज कुशवाहा ने ‘संजय वर्मा’ की फर्जी पहचान के जरिए सोनम से लगातार संपर्क बनाए रखा, ताकि शक की सुई उसकी ओर न जाए। अब पूरी जांच इस मोबाइल नंबर और राज कुशवाहा की भूमिका पर केंद्रित कर दी गई है।
Raja Raghuvanshi Murder
इस बीच, राजा रघुवंशी के परिवार ने हत्याकांड की निष्पक्ष जांच के लिए सोनम, उसके माता-पिता, भाई गोविंद रघुवंशी और भाभी सहित पूरे परिवार का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। इस पर सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने कहा है, “हमने कोई पाप नहीं किया। अगर किसी को हम पर शक है, तो हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं।”
राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और 20 मई को दोनों हनीमून पर असम और मेघालय गए थे। लेकिन 23 मई को सोनम ने राजा के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। बाद में 2 जून को उसका शव सोहरा (चेरापूंजी) के एक गहरे खाई में मिला। जांच में सामने आया कि यह एक पूर्व नियोजित हत्या थी, जिसमें सोनम ने प्रेमी राज कुशवाहा और उसके तीन दोस्तों—विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी—के साथ मिलकर राजा की हत्या कर दी।
Raja Raghuvanshi Murder
9 जून की रात सोनम ने यूपी के गाजीपुर में आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि बाकी आरोपी मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किए गए। इस केस की जांच मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) कर रही है और अब हर एंगल को बारीकी से खंगाला जा रहा है। यह खुलासा मामले की साजिश और गहराई को उजागर करता है, और पुलिस की अगली कार्रवाई पर अब सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।