Raipur Skywalk Project
रायपुर। राजधानी रायपुर शहर के बहुप्रतीक्षित और वर्षों से अधूरे पड़े स्काईवॉक प्रोजेक्ट को आखिरकार नई दिशा मिल गई है। शास्त्री चौक से लेकर जयस्तंभ चौक और अंबेडकर अस्पताल चौक तक बनने वाला यह स्काईवॉक एक बार फिर निर्माण की राह पर लौट आया है। रविवार को निर्माण एजेंसी के इंजीनियरों और कर्मचारियों ने सीढ़ियों की मदद से अधूरे ढांचे की जांच की और काम की औपचारिक शुरुआत की।
यह प्रोजेक्ट अब PSAA कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है, जिसने प्रारंभिक अनुबंध के बाद निर्माण को गति दी है। 8 वर्षों तक अधूरे रहने के कारण स्काईवॉक का ढांचा कई जगह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। खुले में रखे लोहे के गर्डर और वेल्डिंग जोड़ों पर जंग लगने के संकेत मिले हैं। लेकिन मुख्य अभियंता द्वारा गठित तकनीकी समिति की रिपोर्ट के अनुसार ढांचे की अधिकतर स्थिति संतोषजनक है। जहां-जहां जंग की समस्या है, वहां सुधार के निर्देश दिए गए हैं।
Raipur Skywalk Project
अब तक इस प्रोजेक्ट पर करीब 50 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, और शेष 40% काम के लिए 37.75 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट मंजूर किया गया है। पहले चरण में शास्त्री चौक पर रोटरी, एस्केलेटर, लिफ्ट, शीटिंग, लाइटिंग और केबलिंग का काम तेजी से शुरू किया जाएगा।
लोक निर्माण विभाग (PWD) ने इस बार ठेकेदार को निर्धारित समय-सीमा में प्रोजेक्ट पूरा करने के सख्त निर्देश दिए हैं। पुराने डिजाइन को ही आधार बनाते हुए सुरक्षा और गुणवत्ता को प्राथमिकता दी जा रही है। साथ ही, सभी नॉन एसओआर मदों के लिए दर विश्लेषण और अनुमोदन सुनिश्चित किया जा रहा है।
इसी तरह की पहल भिलाई में भी देखने को मिल रही है, जहां वर्षों से रुका हुआ स्काईवॉक प्रोजेक्ट दोबारा शुरू किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि रायपुर और भिलाई के ये स्काईवॉक जल्द ही जनता के लिए चालू हो जाएंगे और शहरों की ट्रैफिक व्यवस्था को बड़ा सहारा देंगे। यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक स्ट्रक्चर नहीं, बल्कि शहर के ट्रैफिक और पैदल यात्रियों की सुविधा की दिशा में एक नई उम्मीद है।