RAIPUR NAGAR NIGAM
रायपुर। राजधानी रायपुर नगर निगम के हालिया चुनावों में भाजपा ने 70 में से 60 वार्डों में जीत हासिल की है, जिससे महापौर मीनल चौबे के नेतृत्व में पार्टी की मजबूत स्थिति स्थापित हुई है। अब, सभापति (स्पीकर) पद के लिए चर्चाएँ तेज़ हो गई हैं, और पार्टी इस महत्वपूर्ण पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार की तलाश में है।
सभापति पद के लिए संभावित उम्मीदवारों में वे पार्षद शामिल हो सकते हैं जिन्होंने अपने वार्डों में प्रभावशाली जीत दर्ज की है और पार्टी के प्रति निष्ठा प्रदर्शित की है। हालांकि, वर्तमान में सटीक नामों की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। पार्टी नेतृत्व विभिन्न पहलुओं पर विचार कर रहा है, जिसमें पार्षदों का अनुभव, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व, और संगठनात्मक कौशल शामिल हैं, ताकि एक सर्वसम्मत और सक्षम सभापति का चयन किया जा सके।
RAIPUR NAGAR NIGAM
महापौर परिषद (एमआईसी) के गठन में भी पार्टी के सामने चुनौती है, क्योंकि अधिकांश वार्डों में जीत के बाद सभी पार्षदों को संतुष्ट करना आवश्यक है। एमआईसी में शामिल होने वाले सदस्यों का चयन करते समय पार्टी नेतृत्व पार्षदों के अनुभव, क्षेत्रीय संतुलन, और विभागीय विशेषज्ञता जैसे कारकों पर ध्यान देगा। इस प्रक्रिया का उद्देश्य नगर निगम के सुचारू संचालन और विकास कार्यों में तेजी लाना है।
तो वहीं सभापति पद के लिए भाजपा के भीतर कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है। 70 में से 60 सीटों पर भाजपा की जीत के बाद पार्टी के सामने अपने पार्षदों को संतुष्ट करने की बड़ी चुनौती है। इस रेस में प्रमुख रूप से तीन नाम उभरकर सामने आ रहे हैं:
- सूर्यकांत राठौर – पार्टी में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है और संगठनात्मक अनुभव भी उनके पक्ष में जाता है।
- मनोज वर्मा – उनकी सक्रियता और पार्टी के प्रति निष्ठा को देखते हुए वे भी इस दौड़ में प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।
- सरिता दुबे – महिला पार्षद होने के नाते उन्हें भी मजबूत दावेदारों में शामिल किया जा रहा है।
RAIPUR NAGAR NIGAM
भाजपा नेतृत्व को इस चयन में कई कारकों को ध्यान में रखना होगा, जैसे पार्षदों का अनुभव, जातीय और क्षेत्रीय संतुलन, संगठन के प्रति निष्ठा और आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी की रणनीति। फिलहाल अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जल्द ही भाजपा इस पर निर्णय ले सकती है। भाजपा के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह अपने सभी पार्षदों के बीच सामंजस्य स्थापित करे और उन्हें उचित जिम्मेदारियाँ सौंपे, ताकि रायपुर नगर निगम में प्रभावी शासन सुनिश्चित हो सके।