Raipur Akashvani Kali Temple
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के आकाशवाणी चौक स्थित मां काली मंदिर में देवी की नई प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। प्रतिमा के क्षरण होने की वजह से नई प्रतिमा बनवाई गई है। मूर्तिकार के मुताबिक प्रतिमा जिस ब्लैक स्टोन से बनी है वह एक हजार साल से भी ज्यादा पुरानी है।
मंदिर के पुजारी ने करीब दो साल पहले पूजा करते समय देखा कि प्रतिमा का अभिषेक करने पर कुछ कण निकल रहे हैं। उन्होंने समिति के सदस्यों को इस बारे में बताया। तब वाराणसी, प्रयागराज, जगन्नाथ पुरी, हरिद्वार समेत कई तीर्थों के आचार्यों और विद्वानों से चर्चा कर प्रतिमा प्रतिस्थापित करने का सुझाव लिया गया।
Raipur Akashvani Kali Temple
जिस पत्थर से नई प्रतिमा बनाई गई है वह 4000 साल से भी ज्यादा पुराना है। मंदिर के सचिव के अनुसार ओडिशा के केंदुझार की गहरी खदान से ये ब्लैक स्टोन निकाला गया है। ओडिशा के मूर्तिकार ज्योति रंजनने अपनी टीम के साथ मिल कर 30 क्विंटल के एक ही पत्थर को तराश कर माता की प्रतिमा बनाई है। प्रतिमा का भार लगभग 5 क्विंटल के आसपास बताया जा रहा है। इस प्रतिमा को बनाने में 10 महीने की अवधि लगा है।
नवीन विग्रह की स्थापना आज की गई है। इसके लिए पांच दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह चल रहा है। बुधवार को वेदी पूजन, कलश यात्रा, अधिवास प्रारंभ से अनुष्ठान की शुरुआत हुई थी। 25 को सप्तसती पाठ और रुद्राभिषेककिया गया, आज प्रतिष्ठित संतों और आचार्यों की मौजूदगी में सुबह 4 बजे प्राण प्रतिष्ठा पूजा शुरू हुई और 11 बजे तक पूजा संपन्न हो गई।
27 अप्रैल को महाप्रसाद वितरण और भजन संध्या होगी। वहीं, 28 को सतचंडी पाठ और मां महाकाली प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ की पूर्णाहुति की जाएगी। प्रयागराज के आचार्य रामजीत त्रिपाठी और हैदराबाद के स्वामी धराचार्य महाराज समेत अलग-अलग तीर्थों के 25 से ज्यादा आचार्य पूजन करा रहे हैं।