Raigarh News
पुरसौर। रायगढ़ के पुरसौर जिले के अंतर्गत किसानों का फर्जी रकबा पंजीयन का बड़ा मामला सामने आया है, सेवा सहकारी समीति के अधिकारी के द्वारा किसानों का रकबा खसरा का फर्जी तरीके इस्तेमाल कर पंजीयन करके धान बेचा गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुरसौर जिले के अंतर्गत आने वाले गोर्रा सेवा सहकारी समीति के द्वारा लगातर 2 सालों से 5 किसानों के नाम पर लगभग 300 क्विंटल धान बेचा जा रहा हैं। यह धान अन्य किसानो के रकबा खसरा का फर्जी तरीके से पंजीकृत कर बेचा गया। समिति प्रबंधक रामाशंकर पटेल के द्वारा किसानों के नाम पर फर्जी रकबा पंजीयन की लापरवाही की गई है। इस फर्जी रकबा के कारण सरकार को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
Raigarh News
समिति प्रबंधक के द्वारा जानबूझकर फर्जी रकबा पंजीयन
आपको बता दे कि समिति प्रबंधक रामाशंकर पटेल के द्वारा जानबूझकर फर्जी रकबा पंजीयन कर धान खरीदा गया, क्योंकि कलेक्टर कार्तिकेया गोयल का आदेश था कि किसानों की धान खरीदी के समय ऋण पुस्तिका से रकबा का मिलान किया जाए इसके बावजूद भी समिति प्रबंधक के द्वारा धान खरीदा गया।
मीडिया टीम द्वारा जब फर्जी रकबा पंजीयन मामले पर समिति प्रबंधक रामाशंकर पटेल से पूछताछ की गई, तब उन्होनें गोलमोल जवाब देते हुए पूरा आरोप तहसील कार्यालय पर डाल दिया। इस मामले में तहसील ऑपरेटर और समिति प्रबंधक के नाम सामने आ रहे है। फिलहाल अभी तक सरकार के तरफ से कोई एक्शन नही लिया गया है।