Rabindranath Tagore Jayanti
रायपुर। एशिया के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की 163वीं जयंती देशभर में धूमधाम से मनी। बंगाल समेत मध्य भारत में इसे लेकर कई जगह आयोजन किए गए।
बात छत्तीसगढ़ की करे तो राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी, माना कैंप के अलावा भिलाई और बिलासपुर में कई जगह बच्चों संगीतमय गीत संगीत की प्रस्तुति दी।
बता दें, रवींद्रनाथ को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। वे एकमात्र कवि हैं, जिसकी दो रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बांग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बांग्ला गुरुदेव की ही रचनाएं हैं।
पीएम ने वीडियो ट्वीट पर दो भाषाओं में किया पोस्ट
रवींद्रनाथ टैगोर की 163वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की प्रगति की दिशा में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें याद किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉम एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मैं गुरुदेव टैगोर को उनके जयंती पर प्रणाम करता हूं। वे एक बहुमुखी व्यक्तित्व थे जिनको भारत के इतिहास और समृद्ध साहित्यिक कार्यों के प्रति योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
I pay homage to Gurudev Tagore, on the occasion of his Jayanti. His enduring wisdom and genius continue to inspire and enlighten innumerable people across generations. pic.twitter.com/asYIAfebi6
— Narendra Modi (@narendramodi) May 8, 2024
वे एशिया के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे साथ ही भारत के राष्ट्र-गान रचयिता भी। वे हमारे देश की अग्रणी सांस्कृतिक विभूतियों में से एक हैं। पीएम मोदी ने बांग्ला और अंग्रेजी में लिखी इस पोस्ट में गुरुदेव का वीडियो भी साझा किया है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता दीदी ने भी याद किया
उधर, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी एक्स पर लिखा महान कवि और लेखक को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। रवीन्द्रनाथ टैगोर के जन्मदिन पर ममता बनर्जी ने उनकी कविता को कोट करते हुए लिखा कि जहां मन भय रहित हो और सिर ऊंचा रखा हो; जहां ज्ञान मुफ़्त है, जहां दुनिया संकीर्ण घरेलू दीवारों से टुकड़ों में नहीं बंटी है आजादी के उस स्वर्ग में, मेरे पिता, मेरे देश को जागने दो।