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Private Nursing Homes : नर्सिंग होम में डॉक्टरों और स्टाफ की लापरवाही…! बच्ची को लगाया गलत तरीके से इंजेक्शन…अब काटना पड़ेगा नवजात का हाथ

Private Nursing Homes: Negligence of doctors and staff at the nursing home! An infant was given an injection incorrectly...now the newborn's hand will have to be amputated.

Private Nursing Homes

ग्रेटर नोएडा/उत्तर प्रदेश, 22 अक्टूबर। Private Nursing Homes : दादरी थाना क्षेत्र स्थित एक निजी नर्सिंग होम में डॉक्टरों और स्टाफ की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि नर्सिंग होम में इलाज के दौरान एक नवजात बच्ची को गलत तरीके से इंजेक्शन लगाया गया, जिससे उसका हाथ इतना अधिक संक्रमित हो गया कि अब हाथ काटने की नौबत आ गई है। परिजनों के मुताबिक, 5 अक्टूबर को जन्मी बच्ची को तबीयत बिगड़ने पर 9 अक्टूबर को दादरी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। पिता शिवम भाटी, निवासी ग्राम चिटहैरा, का आरोप है कि नर्सिंग होम के स्टाफ ने गलत ढंग से इंजेक्शन लगाया, जिससे बच्ची का हाथ नीला पड़ने लगा और उसमें सूजन आ गई। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने बच्ची को बिना स्पष्ट जानकारी दिए दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया, जहां पट्टी खोलने पर पता चला कि हाथ गलने की स्थिति में पहुंच चुका है।

थाने में शिकायत, CMO को भेजा जांच पत्र

पीड़ित परिवार ने नर्सिंग होम के खिलाफ थाना दादरी में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO), गौतमबुद्ध नगर को पत्र भेजकर जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों की पीड़ा

पीड़ित पिता शिवम भाटी ने बताया, बच्ची का हाथ शुरुआत में पट्टी से ढका हुआ था, हमें अंदाजा नहीं था कि इतना बड़ा नुकसान हो चुका है। जब दूसरे अस्पताल में डॉक्टर ने पट्टी हटाई, तो बताया कि हाथ बुरी तरह से नीला पड़ा है और इन्फेक्शन फैल गया है। अब डॉक्टर कह रहे हैं कि हाथ काटना पड़ सकता है।

परिजन कर रहे कड़ी कार्रवाई की मांग

परिजनों ने नर्सिंग होम के डॉक्टरों और स्टाफ पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। बच्ची की हालत को लेकर परिजनों में भारी आक्रोश है और पूरे प्रकरण की स्वतंत्र मेडिकल जांच की भी मांग की जा रही है। फिलहाल पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मामले की जांच शुरू हो चुकी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ मेडिकल नेग्लिजेंस और दंडात्मक कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
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