Prayagraj Student Protest
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में पीसीएस-प्री और आरओ-एआरओ अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार जारी है। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के कार्यालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों की मांग है कि एक दिन में परीक्षा को कराया जाए, साथ ही नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को निरस्त किया जाए।
गौरतलब है कि लोक सेवा आयोग यानी यूपीपीएससी के प्रयागराज कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर यूपी पुलिस ने जम कर लाठियां बरसाई हैं। पुलिस के लाठीचार्ज करने से मची भगदड़ में अनेक छात्र घायल हुए हैं। हजारों की संख्या में छात्र यूपीपीएससी के कार्यालय के सामने इकट्ठा हुए थे।
Prayagraj Student Protest
वहीं अभ्यर्थियों के बढ़ते हंगामे को देखते हुए यूपी लोकसेवा आयोग की तरफ से बयान आ गया है। आयोग ने परीक्षाओं की शुचिता और अभ्यर्थियों की सुविधा को अपनी प्राथमिकता बताया है। तो वहीं आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि सरकार और आयोग की मंशा छात्र हितों को संरक्षित करना व मेरिट के आधार पर चयन सुनिश्चित करना है।
तो वहीं पुलिस ने लाठीचार्ज करके छात्रों को खदेड़ दिया लेकिन छात्र यूपीपीएससी के कार्यालय से थोड़ी दूर जाकर धरने पर बैठ गए और देर तक नारेबाजी करते रहे। उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के करीब 10 हजार छात्र प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे।
Prayagraj Student Protest
छात्रों ने चूंकि पहले से प्रदर्शन की सूचना दे दी थी इसलिए पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। आयोग से करीब पांच सौ मीटर पहले ही पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी। आयोग तक आने पर अड़े परीक्षार्थियों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। इससे वहां हालात बेकाबू हो गए।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों के मुताबिक आयोग द्वारा आयोजित की जा रही दोनों परीक्षाएं एक-एक दिन में और एक ही पाली में कराने की मांग हो रही थी। इसके अलावा मूल्यांकन में नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूले का उपयोग न करने की भी मांग थी। इन मांगों को लेकर छात्रों ने पिछले महीने 21 अक्टूबर को भी लोक सेवा आयोग के बाहर धरना दिया था। बावजूद इसके आयोग ने इन परीक्षाओं की डेटशीट घोषित कर दी है।