AB News

POCSO Act Case : शर्मनाक…! राष्ट्रपति और CM से सम्मानित शिक्षक आशीष पांडे निलंबित…छात्राओं से ’टेंपरेचर चेक करो’ के बहाने करता है ‘बैड टच’

POCSO Act Case: Shameful…! President and CM honoured teacher Ashish Pandey suspended… he touches girl students in bad way on pretext of checking their temperature

POCSO Act Case:

नर्मदापुरम, 21 जुलाई। POCSO Act Case : शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाली एक घटना में, जिले के एक सम्मानित शिक्षक आशीष पांडे को छात्राओं से यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है। शिक्षक के खिलाफ POCSO एक्ट और अन्य धाराओं के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है।

गौरतलब है कि आशीष पांडे को 2013 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और 2017 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। अब उन्हीं पर छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगना चौंकाने वाला है।

छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप

करीब आधा दर्जन छात्राएं थाने पहुंचीं और महिला पुलिस अधिकारी को शिकायती आवेदन सौंपा। छात्राओं ने बताया कि शिक्षक अक्सर उनके साथ अशोभनीय तरीके से छूता है और “टेंपरेचर चेक करो” जैसे बहाने बनाकर अश्लील हरकतें करता है। छात्राओं का कहना है कि जब वे विरोध करती हैं, तब भी वह जबरदस्ती करता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले साल भी इस संबंध में स्कूल प्रबंधन से शिकायत की गई थी, लेकिन तब मामले को दबा दिया गया। छात्राओं की मांग है कि आरोपी शिक्षक को तुरंत निलंबित किया जाए, ताकि आगे कोई छात्रा ऐसी हरकतों का शिकार न हो।

निलंबन आदेश जारी, गिरफ्तारी की मांग तेज

छात्राओं की शिकायत के बाद संभागीय संयुक्त संचालक मनीष वर्मा ने आशीष पांडे को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं पीड़ित छात्राओं और उनके परिजनों ने शिक्षक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। इस घटना ने शिक्षा विभाग, छात्रों और अभिभावकों के बीच निराशा और आक्रोश पैदा कर दिया है।

एक अभिभावक ने कहा, “जिस शिक्षक को देश के राष्ट्रपति से पुरस्कार मिला हो, वह इस तरह की हरकत करे, ये भरोसा तोड़ने वाला है।” इस पूरे मामले ने स्कूलों में बच्चियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

आगे की कार्रवाई की तैयारी

पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और पूछताछ व गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है। वहीं शिक्षा विभाग भी इस मामले की स्वतंत्र जांच कराने की तैयारी में है।

Exit mobile version