PM MODI SRI LANKA VISIT
हाइलाइट्स
-
पीएम मोदी का भव्य और ऐतिहासिक स्वागत
-
भारत-श्रीलंका रिश्तों में नई ऊर्जा
-
धार्मिक, सांस्कृतिक और सामरिक सहयोग पर ज़ोर
-
कोलंबो में भारतीय समुदाय की ऐतिहासिक भागीदारी
कोलंबो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को श्रीलंका की तीन दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा पर कोलंबो पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। बारिश के बावजूद कोलंबो की सड़कों पर उमड़े भारतीय समुदाय ने मोदी-मोदी और वंदे भारत के नारों से माहौल को जोशीला बना दिया। भारतीय तिरंगा लहराते लोगों के चेहरों पर गर्व और उल्लास साफ झलक रहा था।
गार्ड ऑफ ऑनर और तोपों की सलामी
श्रीलंकाई सरकार ने पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर और तोपों की सलामी देकर सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने बुजुर्गों को सिर झुकाकर प्रणाम किया, महिलाओं को नमन किया और एक मासूम बच्चे को गोद में लेकर स्नेह जताया। यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
PM MODI SRI LANKA VISIT
प्रवासी भारतीयों से भावनात्मक जुड़ाव
PM मोदी ने कोलंबो में भारतीय समुदाय द्वारा किए गए स्वागत को लेकर ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “बारिश भी उस गर्मजोशी को नहीं रोक सकी जो मुझे यहां महसूस हुई। मैं इस स्नेह का सदा आभारी रहूंगा।” उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पुस्तकों के अनुवाद को देखकर भारत-श्रीलंका के सांस्कृतिक रिश्तों की सराहना की।
रणनीतिक संबंधों को नई दिशा
पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान रक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और कई क्षेत्रों में अहम समझौते होने की उम्मीद है। श्रीलंकाई राष्ट्रपति सजीथ दिसानायके के साथ द्विपक्षीय और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ताएं होंगी। दोनों नेता सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना का वर्चुअल शिलान्यास करेंगे और भारत की मदद से बन रही कई परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम
6 अप्रैल को पीएम मोदी अनुराधापुरा स्थित महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे और भारत की सहायता से निर्मित दो परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
PM MODI SRI LANKA VISIT
कूटनीतिक संदेश
भारतीय उच्चायुक्त संतोष झा ने इस यात्रा को “रिश्तों में नया एजेंडा जोड़ने वाला” करार दिया। उन्होंने कहा, “भारत और श्रीलंका न सिर्फ समुद्री पड़ोसी हैं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और भौगोलिक जुड़ाव से भी गहराई से जुड़े हैं।”
तीसरा श्रीलंकाई दौरा
यह प्रधानमंत्री मोदी का श्रीलंका का तीसरा दौरा है। इससे पहले वे 2015 और 2019 में भी श्रीलंका की यात्रा कर चुके हैं। इस बार उनके साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी श्रीलंका पहुंचे हैं।