Parliament Session
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के शुरुआती संसद सत्र का आगाज 24 जून से होने जा रहा है। जो कि 3 जुलाई तक चलेगा। 10 दिन में कुल 8 बैठकें होंगी। इस सत्र में जहां एक ओर सरकार की प्राथमिकता नए लोकसभा स्पीकर का चुनाव, सदस्यों का शपथ ग्रहण से लेकर राष्ट्रपति द्वारा संसद के दोनों सदनों के लिए संयुक्त अभिभाषण और उस पर धन्यवाद चर्चा प्रस्ताव होना है। 27 जून को राज्यसभा का 264वां सत्र शुरू होगा।
इसी दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लोकसभा और राज्यसभा में अभिभाषण देंगी। सत्र के आखिरी दो दिन अभिभाषण पर दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। पहली बार पीएम मोदी के सामने मजबूत विपक्ष होगा। जहां सत्तारूढ़ NDA की संख्या सदन में 293 है तो वहीं विपक्षी खेमे की ताकत 232 है। संसद सत्र में NEET परीक्षा में गड़बड़ी, तीन क्रिमिनल लॉ समेत अन्य मुद्दों पर हंगामे होने के आसार हैं।
Parliament Session
सूत्रों की मानें तो संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में स्पीकर का पद भाजपा को मिलने की संभावना है, जबकि डिप्टी स्पीकर का पद एनडीए के सहयोगी दलों में से किसी को दिया जा सकता है। तो वही I.N.D.I.A ब्लॉक ने डिप्टी स्पीकर पद की मांग की है, जो परंपरागत रूप से हमेशा विपक्ष के पास ही जाता रहा है। हालांकि, 17वीं लोकसभा में डिप्टी स्पीकर नहीं था। भाजपा एनडीए और कांग्रेस इंडिया ब्लॉक दोनों ओर से स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए उम्मीदवारों के नाम घाषित नहीं किए गए हैं।
ऐसे में देखना होगा कि अहम मुद्दों पर टीएमसी और AAP जैसे दल सदन के भीतर विपक्षी सुरों में कितना अपना सुर मिला पाते हैं। ममता बनर्जी I.N.D.I.A. का हिस्सा होते हुए भी लगातार अलग खड़ी दिखीं। वहीं दूसरी ओर AAP ने चुनाव खत्म होने के बाद दिल्ली समेत हरियाणा, गुजरात में कांग्रेस के साथ अपने आपसी तालमेल की गांठ खोल दी। ऐसे में संसद में देखना होगा कि ये दोनों दल कब और कैसे विपक्ष की राजनीति को आगे बढ़ाने में अपनी ओर से सहयोग देते हैं।
read more – SUKMA NAXAL NEWS : नकली नोट छाप रहे नक्सली, सर्चिंग टीम ने जब्त की मशीन