Parliament Dress Code
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान गुरुवार को लोकसभा में विपक्षी सांसदों द्वारा नारे लिखे टी-शर्ट पहनकर आने से भारी हंगामा हो गया। विशेष रूप से तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके के सांसदों ने परिसीमन और तीन भाषा नीति जैसे मुद्दों पर विरोध दर्ज कराने के लिए यह अनोखा तरीका अपनाया।
डीएमके सांसद टी शिवा सहित कई सांसदों ने ‘निष्पक्ष परिसीमन, तमिलनाडु लड़ेगा, तमिलनाडु जीतेगा’ जैसे नारे वाली टी-शर्ट पहनकर कार्यवाही में हिस्सा लिया। यह देखकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला नाराज हो गए और सदन की गरिमा के उल्लंघन का हवाला देते हुए कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया।
Parliament Dress Code
अध्यक्ष ओम बिरला ने क्या कहा?
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, “सदन मर्यादा और गरिमा से चलता है। मैं देख रहा हूं कि कुछ दिनों से नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यदि कोई टी-शर्ट पहनकर आएगा तो सदन नहीं चलेगा।”
उन्होंने नियम संख्या 349 का हवाला देते हुए सभी सांसदों से संसदीय गरिमा बनाए रखने की अपील की और चेतावनी दी कि भविष्य में इस प्रकार के आचरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
परिसीमन पर क्यों हो रहा विरोध?
परिसीमन वह प्रक्रिया है जिसमें जनसंख्या के अनुसार संसद और विधानसभा क्षेत्रों की सीमाओं को फिर से तय किया जाता है। दक्षिणी राज्यों का मानना है कि इससे उत्तर भारत के बड़े आबादी वाले राज्यों को ज्यादा सीटें मिल सकती हैं, जिससे संसद में दक्षिण का प्रभाव कम हो सकता है। डीएमके इस पर केंद्र सरकार की चुप्पी को लेकर विरोध जता रही है।
Parliament Dress Code
क्या है ड्रेस कोड?
भारतीय संसद में कोई निर्धारित ड्रेस कोड नहीं है, लेकिन यह अपेक्षा की जाती है कि सांसद गरिमामय वस्त्र पहनें। टी-शर्ट पर लिखे नारे इस मर्यादा का उल्लंघन माने गए, जिस पर अध्यक्ष ने कड़ा रुख दिखाया।
बता दें कि संसद में विरोध के तरीकों को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। जहां विपक्षी सांसद अपने अधिकारों और मुद्दों पर मुखर हैं, वहीं अध्यक्ष सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध दिखे। देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद क्या नया मोड़ लेता है।