Palestine flag
बिलासपुर। देश दुनिया भर में सोमवार को इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्ललाहो अलैह वसल्लम के जन्मदिन पर ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का त्यौहार मनाया गया। इस दौरान बिलासपुर शहर के तारबाहर इलाके में कुछ अज्ञात लोगों ने फिलिस्तीन का झंडा फहराया दिया।
जैसे ही इस बात की जानकारी हिन्दू जागरण मंच को हुई, संगठन के सदस्यों ने तारबाहर थाने का घेराव करते हुए कड़ा विरोध जताया और आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग की। जिसके बाद पुलिस ने सड़क के बीच में लगे झंडों को उतारा और झंडा लगाने वाले लोगों को तलाश शुरु की।
वहीं हिरासत में लिए गए युवकों के परिजनों का कहना है कि इसमें उनके बच्चों की कोई गलती नहीं है। उन्होंने अनजाने में ऐसा किया है। उनके बच्चे ईमानदार हैं। लेकिन हिंदू संगठन से जुड़े लोगों का आरोप है कि बच्चों ने अनजाने में कोई गलती नहीं की है। उन्हें पता है कि वे किस देश का झंडा शहर में फहरा रहे हैं”। हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने कहा कि यह प्रदेश और जिले का माहौल खराब करने की कोशिश है।
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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हिंदू संगठन के लोगों की लिखित शिकायत पर मंगलवार को पांच युवकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार युवकों ने जानकारी दी कि फलस्तीनियों के साथ हो रहे कथित अत्याचार की कहानियां सोशल मीडिया पर देखकर उन्होंने उनके प्रति सहानुभूति प्रदर्शित करने के लिए फलस्तीन के झंडे लगाए थे।
वही अब तक की जांच के आधार पर पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। यह मामला भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (BNS) की धारा 197(2) के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें राष्ट्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाने के आरोप शामिल हैं। इस धारा के तहत दोषियों को 5 साल तक की सजा हो सकती है।